Friday, August 16, 2019

एनडीटीवी के प्रणय रॉय पाक मुसलमान (Prannoy Roy is Pak Born Muslim) ? – व्हात्सप्प पर एक बड़ा झूठ !  

एनडीटीवी के प्रणय रॉय पाक मुसलमान (Prannoy Roy is Pak Born Muslim) ? – व्हात्सप्प पर एक बड़ा झूठ !

 

कल (07.05.2018) सुबह 6.47AM पर मेरे एक डॉक्टर मित्र ने मुझे एक व्हात्सप्प पर चोकाने वाला लेकिन सरासर ही झूठा (Fake) मेसेज भेजा जो हुबहू नीचे दोहरा रहा हूँ. ऐसा झूठा प्रचार क्यों किया जा रहा है, यह पूरे देशवासियों के समझने  के लिए उन्ही के विवेक पर छोड़ रहा हूँ.  

*Yesterday, the CBI raided NDTV’s owner Pranoy Roy and divulged a lot of secrets. Roy’s birth certificate was discovered and according to that his real name is Parvez Raja, and the place of his birth, Karachi. According to another secret document discovered, the full form of NDTV is Nawazud Din Taufik Venchar, the name of Pannoy Roy’s father. His wife Radhika’s real name is Rahila and her grandfather was a cook in Babar’s army. A dartboard has been found in his bedroom that uses Narendra Modi’s face as a target. For Every Indian, it is time to open your eyes and recognise these two-faced people. Whoever does not forward this message to 10 WhatsApp groups is probably doing a disservice to the Motherland .*

Forwarded just as received. (It means  this message was just farwarded without application of mind by a literate Doctor) 

न्यूज़ क्लब के सभी पाठको को इस मेसेज को और भी सरलता से समझने के लिए, इस मेसेज का हिन्दी रूपांतरण भी यही नीचे प्रस्तुत कर रहा हूँ –  

कल, सीबीआई ने एनडीटीवी के मालिक प्रणय रॉय पर रेड  किया और बहुत से रहस्यों को प्रकट किया। रॉय का जन्म प्रमाण पत्र खोजा गया था और उसके अनुसार उनका असली नाम परवेज राजा है, और उनका जन्म स्थान कराची है। एक अन्य गुप्त दस्तावेज के मुताबिक, एनडीटीवी का पूरा रूप नवाजुद दीन ताउफिक वेणचर है, जो कि प्रणय रॉय के पिता का नाम है। उनकी पत्नी राधिका का असली नाम राहिला है और उसके दादा बाबर की सेना में रसोइया था। अपने शयनकक्ष में एक डार्टबोर्ड पाया गया है जो नरेंद्र मोदी के चेहरे को लक्ष्य के रूप में उपयोग करता है। हर भारतीय के लिए, अब आपकी आंखें खोलने और इन दोहरे लोगों को पहचानने का समय है। जो भी इस संदेश को 10 व्हाट्सएप समूहों को अग्रेषित नहीं करता है वह शायद मातृभूमि के साथ अन्याय कर रहा है। * – प्राप्त रूप में अग्रेषित 

मेने स्वयं ने सभी उपरोक्त तथ्यों की जांच-पड़ताल की और पाया कि यह एक झूठा, बनावटी व fake मेसेज है. अत: सभी पाठको की जानकारी के लिए सभी तथ्यों की विस्तृत जानकारी नीचे प्रस्तुत कर रहा हूँ – 

  1. सबसे बड़ा झूठ तो यही है कि दिनांक 06.05.2018 को सीबीआई ने एनडीटीवी (New Delhi Television / NDTV) के मालिक प्रणय रॉय पर के घर / ऑफिस पर कोई रेड की ही नहीं (No CBI Raid on 06.05.2018). हाँ, 06.06.2017 को अवश्य एक रेड हुई थी. चूकि शुरूआती तथ्य ही झूठा है तो आगे की किसी भी बात को सत्य माना ही नहीं जा सकता. 
  1. प्रणय रॉय का जन्म प्रमाण पत्र यदि सीबीआई के हाथ लगा भी तो इस मेसेज को बनाने वाले के पास दूसरे ही दिन जन्म प्रमाण पत्र केसे पहुचा और पहुचा ही था तो उसकी प्रमाणिक प्रति मेसेज के साथ संलग्न क्यों नहीं की. सही तथ्य यह है कि प्रणय रॉय कोलकत्ता में 15.10.1949 को पैदा हुआ था (Pranoy Roy born on 10.1949 in Kolkatta), उस समय तक पाकिस्तान खुद ही पैदा नहीं हुआ था. 
  1. प्रणय रॉय की पत्नी राधिका का असली नाम राहिला बताया गया और उसके (राधिका के) दादा को बाबर की सेना में एक रसोइया बताया। सत्य यह है बाबर का जन्म 14.02.1483 को हुआ था और उसकी मृत्यु 26.12.1530 को  (Babar Expired on 26.12.1530 लगभग 490 साल पहले) हुई थी. 
  1. उपरोक्त आरोपित तथ्यों पर भारत की किसी सरकार या कोर्ट ने आज तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया (No Govt. or Court ever took cognigance of above allegations).

इसमे कोई दो राय नहीं है कि एनडीटीवी मोदी सरकार के खिलाफ बहुत ज्यादा बोलता है या दिखाता है और इसलिए इस पर कांग्रेस का समर्थक होने का भी आरोप है. यदि एनडीटीवी कुछ भी गलत-झूठा बोलता है या दिखाता है तो सरकारे क्या कर रही है और देश का क़ानून क्या कर रहा है ? क्या सिर्फ इसलिए हमको प्रणय रॉय का चरित्र हनन करने का अधिकार मिल जाता है.

नहीं दोस्तों, एक प्रजातांत्रिक व्यवस्था में झूठ के आधार पर विरोधी का चरित्र हनन करने को कतई सही नहीं कहा जा सकता. ऐसा चरित्र हनन तो फिर किसी का भी, आपका भी – मेरा भी, कभी भी हो सकता है क्योकि सभी किसी न किसी का तो विरोध करते ही है.  आप ऐसे किस-किस हिन्दू को मुसलमान या पाकिस्तानी होने का प्रमाण-पत्र देते रहेंगे.

यदि ऐसी किसी मामले में थोड़ी सी भी सच्चाई हो, तो इस तरह के गलत मेसेज से पूरा मामला ही झूठा बन जाता है, जिससे भी सच्चाई नीचे दब जाती है. अत: मेरे सभी मित्रो से भी निवेदन है कि बिना सोचे-विचारे (Without Application Of Mind), ऐसे पुराने  fake / झूठे / प्रायोजित मेसेज के वाहक एवं समर्थक नहीं बने.     

सीए कैलाश चंद्रा (CA. K.C.Moondra) 

मोबाइल (व्हात्सप्प) से मेसेज का लिया गया स्क्रीन शॉट (Screen shot of message on Whatsapp)

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