-
OPINION POLL
Loading ...- Polls Archive
-
-
महिला दिवस पर संजय उवाच
International Women’s Day – महिला / नारी दिवस पर संजय उवाच
नारी और वृक्ष एक से होते हैं, खुश हों तो दोनों फूलों से सजते हैं…..! दोनों ही बढ़ते और छंटते हैं, इनकी छांव में कितने लोग पलते हैं…..! देना देना ही इनकी नियति है, औरों की झोली भरना दोनों की प्रकृति है…..! धूप और वर्षा सहने की पेड़ की शक्ति है, दुःख पाकर भी सह लेना नारी ही कर ...Full Article