भूकंप के समय तुरंत क्या करना चाहिए?
अचानक जमीन हिलने लगती है और आप घबराते हैं, है न? लेकिन घबराने से कुछ नहीं होगा, सही कदम उठाने से आप और आपके परिवार की जान बच सकती है। चलिए, समझते हैं कि भूकंप के पहले, दौरान और बाद में आपको कौन‑से आसान‑से कदम उठाने चाहिए।
भूकंप से पहले तैयारियां
पहले से ही सुरक्षा योजना बनाना बहुत फायदेमंद रहता है। घर में ठोस फर्नीचर की जगह चुनें – जैसे टेबल या अलमारी के नीचे आपका बेड, ताकि अगर छत या दीवार गिरे तो आप सुरक्षित रहें। हर कमरा में एक इमरजेंसी किट रखें जिसमें टॉर्च, बैटरी, प्राथमिक उपचार की चीज़ें, थोड़ा पानी और स्नैक्स हों।
परिवार के सभी सदस्य मिलकर एक evacuation route तय कर लें। जानें कि नजदीकी खुला मैदान या सड़क कौन‑सी है जहाँ आप तुरंत बाहर ले जा सकें। इस जानकारी को हर दिन एक‑दो मिनट के छोटे‑छोटे सर्वे में दोहराते रहें, ताकि याद रहे।
भूकंप के दौरान क्या करें?
जैसे ही हिलना शुरू हो, ‘ड्रॉप, कवर, होल्ड ऑन’ नियम याद रखें। नीचे झुकें, किसी मजबूत टेबल या दरवाज़े के फ्रेम के नीचे सिर को कवर करें और उसे मजबूती से पकड़ें। अगर आप बाहर हैं तो भवन, पुल या लाइट पोल से दूर हटें – कहीं गिरने वाली चीज़ें नहीं लगेंगी।
अगर आप गाड़ी में हैं, तो धीरे‑धीरे रोकें, दरवाज़ा खोलें और बाहर निकलें। एलेवेटर के अंदर न रुकें – बिजली बंद हो सकती है।
भूकंप के तुरंत बाद भी हिलना जारी रह सकता है, इसलिए तुरंत सुरक्षित जगह से नहीं हटें। बाहर निकलने से पहले एक‑दो बार खुद से पूछें – क्या अभी भी हिल रहा है? अगर हिल रहा है तो एक बार फिर कवर करें।
भूकंप के बाद यदि आप या आपके आसपास कोई घायल हो, तो प्राथमिक उपचार करें और तुरंत एम्बुलेंस बुलाएं। अगर बड़ी इमारत में फंसे हों, तो टैप करके या शोर मचाकर मदद बुलाने की कोशिश करें, लेकिन फँसे रहकर नहीं बैठें।
भूकंप के बाद नाक से हवा न खींचें, क्योंकि धूल और गैसें बाहर निकल सकती हैं। घर में अगर गैस लीकेज का शंका हो तो गैस वॉल्व बंद कर दें और विद्युत उपकरण बंद कर दें।
सुरक्षित जगह पर पहुँच कर आपातकालीन किट से पानी और खाना निकालें, फिर फ़ोन की बैटरी बचाने के लिए केवल ज़रूरी कॉल करें।
भूकंप बाद के दिनों में सरकारी या NGOs द्वारा चलाए जा रहे राहत केंद्रों की जानकारी को स्थानीय अखबार, रेडियो या सरकारी वेबसाइट से फॉलो करें। आपातकालीन सहायता, बस्ते या डॉक्टर की मदद अक्सर इन केंद्रों से मिलती है।
भूकंप के बाद अक्सर अफवाहें फैलती हैं, इसलिए सत्यापित सूचना पर भरोसा करें। सोशल मीडिया पर अनजानी खबरें फॉरवर्ड न करें, बस आधिकारिक स्रोत से ही अपडेट लें।
इन छोटे‑छोटे कदमों से आप भूकंप के समय अपने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। याद रखें, तैयारी ही सुरक्षा की कुंजी है।