सावधान – हस्ताक्षर सत्यापन के लिए भारतीय स्टेट बैंक (SBI) लेती है 172/- रूपये.
सरलीकरण का नारा बुलंद करने वाली मोदी सरकार के राज में सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) हस्ताक्षर सत्यापन के लिए रू. 172/- लेती है. सुमेरपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के एक अधिकारी ने हस्ताक्षर व आई.डी. प्रूफ के सत्यापन के लिए रू. 172/- वसूल कर लिए.
इस घटना से मोदी सरकार के राज में सुमेरपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक ने नया इतिहास रच दिया है जो इससे पहले कभी भी न तो देखा गया और न ही कभी सुना गया. आजाद भारत का शायद यह पहला मामला है. मामला यह है कि जिन व्यापारियों को अनिवार्य ऑडिट करवानी होती है उनके आयकर रिटर्न व ऑडिट रिपोर्ट डिजिटल सिग्नेचर से ही आयकर विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करनी होती है. डिजिटल सिग्नेचर के लिए आवेदन पत्र पर आवेदक के फोटो व हस्ताक्षर को सत्यापित करवाना होता है तथा सत्यापन के लिए बैंक मेनेजर भी अधिकृत होता है.
ऐसा ही एक आवेदन पत्र लेकर सत्यापन के लिए सुमेरपुर के मेसर्स किसान ट्राली वर्क्स के मालिक किशन सिंह कछवाह सुमेरपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक गए जहा उनके नियमित बैंक अकाउंट है. बैंक मेनेजर ने उन्हें एक अधिकारी के पास भेजा जिसने पहले तो सत्यापन से ही मना कर दिया तथा इस सम्बन्ध में जारी सरकारी या रिज़र्व बैंक का आदेश दिखाने को कहा. आवेदक ने अपने सी.ए. से सम्बंधित सर्कुलर की कॉपी लाकर दी तो भी सत्यापन करने से आनाकानी की और अंतत: रू. 172/- वसूल करके सत्यापन किया तथा पूरी सत्यापन प्रक्रिया के लिए 78 वर्षीय किशन सिंह कछवाह को लगभग तीन घंटे की तपस्या सुमेरपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक में करनी पडी.
माननीय प्रधानमंत्रीजी एक तरफ सरलीकरण की बाते करते है और सेल्फ सत्यापन को मान्यता देकर वाही वाही ले रहे है और दूसरी तरफ उन्ही की सरकारी बैंक मात्र सत्यापन के लिए रू. 172/- वसूल रही है. माननीय प्रधानमंत्रीजी की घोषणाओ की धज्जिया उड़ाने में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) कोई कमी नहीं रख रही है.