काले धन को निकालने के लिए अब वकील, सी.ए., व्यापारी आदि दौड़ेंगे।
काला धन बाहर निकलेगा या नहीं, यह तो अभी गर्भ में ही है, लेकिन काले धन से जुड़े लोगों को दौड़ लगाने के लिए मजबूर कर दिया गया है। इसके लिए आयकर विभाग ने रन फॉर नेशन बिल्डिंग नाम की दौड़ का आयोजन 17 जुलाई को किया है।
मालूम हो कि भारत सरकार ने काले धन को बाहर निकालने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर निर्धारित कर रखी है। 30 सितम्बर तक जो भी व्यक्ति अब तक अघोषित आय घोषित कर देगा, उससे आय के स्रोत के बारे में कोई जानकारी नहीं ली जाएगी। संबंधित व्यक्ति को घोषित आय का 45 प्रतिशत टेक्स के रूप में जमा कराना होगा। इस योजना के प्रति जागरूकता के लिए ही वकील, सी.ए., व्यापारी आदि की दौड़ आयोजित की गई है।
असल में व्यापारियों, वकीलों और आयकर के विशेषज्ञों के गठजोड़ की वजह से ही काला धन एकत्रित होता है। अब देखना है कि इन्हीं लोगों के दौडऩे के बाद काला धन बाहर निकलता है या नहीं? अलबत्ता कुछ जानकारों का कहना है कि यदि टेक्स की राशि 45 प्रतिशत से घटा कर 20 प्रतिशत कर दी जाए तो काला धन बाहर आ सकता है। सरकार ने अभी जो स्कीम दी है उसमें दौड़ लगवाने का भी कोई फायदा नहीं होगा। जो लोग दौड़ लगाएंगे वो ही सरकार की आंखों में धूल झोंकेंगे > नरेश मालवीय | Naresh Malviya | सुमेरपुर | sumerpur | राजस्थान | Rajasthan.