क्या हकीकत में आमिर की फिल्म ‘दंगल’ सुपरहिट है ?
क्या हकीकत में आमिर की फिल्म ‘दंगल’ सुपरहिट है ?
देश में अभी दो ‘दंगल’ की चारो ओर चर्चा ही चर्चा है. फ़िल्मी दुनिया में ‘आमिर की फिल्म दंगल’ को भारत की सबसे ज्यादा हिट यानिकी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म माना जा रहा है जो कि सत्य नहीं है क्योकि अखिल भारतीय स्तर पर ‘सपा की फिल्म ‘दंगल’ सबसे ज्यादा सुपर हिट चल रही है.
सबसे पहले दोनों फिल्मो का समानता और असमानता को समझना जरूरी है. दोनों फिल्मे ‘दंगल’ पूर्व लिखित स्क्रिप्ट (कहानी) पर आधारित है तथा कहानी का अंत भी पहले से ही तय है. एक का निर्माता-निर्देशक माना हुआ फ़िल्मी खिलाड़ी है जबकि दूसरा माना हुआ राजनीतिक खिलाड़ी है.
यही नहीं, सपा की फिल्म ‘दंगल’ में भी प्रोडूसर, डायरेक्टर, नायक व खलनायक आदि सभी कुछ है. कहानी में काफी उतार-चढ़ाव के साथ सस्पेंस भी है. सभी दर्शक सस्पेंस को अपने-अपने हिसाब से समझने का प्रयास कर रहे है लेकिन कहानी व सस्पेंस इतना दमदार है कि क्लाइमेक्स के पहले सस्पेंस को तोड़ना हर किसी के लिए असंभव सा दिख रहा है.
जहा तक असमानताओ की बात है, असमानताए इतनी ज्यादा है कि उन्हें सूच्चिबद्ध करना उचित रहेगा –
> आमिर की दंगल को सिनेमा घर का टिकट खरीद कर देखना पड़ता है जबकि सपा की फिल्म ‘दंगल’ घर बेठे मुफ्त में उपलब्ध है.
> आमिर की दंगल को प्रमोट करने के लिए कोई प्रमोटर नहीं मिला जबकि भारत के सभी न्यूज़ चैनलो ने सपा की फिल्म ‘दंगल’ को मुफ्त में प्रमोट कर रखा है.
> आमिर की दंगल ने अभी सभी अन्य फिल्मो को पछाड़ रखा है वही सपा की फिल्म ‘दंगल’ ने बाकी सभी राजनीतिक कहानियों को पछाड़ रखा है.
> आमिर की दंगल ने कमाई में अपने आपको नंबर एक पर कायम किया जबकि सपा की फिल्म ‘दंगल’ ने दर्शको द्वारा सबसे ज्यादा बार देखने का कीर्तिमान है क्योकि आमिर की दंगल को गिने-चुने लोग सिनेमा घर में देखा रहे है जबकि सपा की फिल्म ‘दंगल’ को हर न्यूज़ चैनल व मोबइल एप्प पर रोज ही करोड़ो लोग करोड़े घंटे देख रहे है.
> आमिर की दंगल की कहानी की शुरूआत व अंत एक नहीं है जबकि सपा की फिल्म ‘दंगल’ वही ख़त्म होगी जहा से शुरू हुई थी.
> आमिर की दंगल कई वर्षो तथा कई पीढियों तक देखी जा सकती है लेकिन सपा की फिल्म ‘दंगल’ की उम्र कुछ दिनों की ही है.
यदि किसी के पास डाटा उपलब्ध हो तो मिलान करले. देश के सभी न्यूज़ चैनल व मोबाइल एप्प पर देश-विदेश में कुल कितने मानव-घंटे सपा की फिल्म ‘दंगल’ को देखने में पूरे किये गए है तथा कितने मानव-घंटे आमिर की ‘दंगल’ को देखने में पूरे किये है ? अब मान जायेंगे कि सपा की दंगल के आगे आमिर की ‘दंगल’ कही नहीं ठहरती.
सभी नोट बंदी समर्थक बुरा न माने बल्कि माफ़ कीजिएगा, ‘सपा की फिल्म ‘दंगल’ की तुलना ‘मोदी नोटबंदी योजना’ से नहीं की गयी है तथा नहीं जा सकती क्योकि ‘मोदी नोटबंदी योजना’ कोई लिखी हुई कहानी पर बनी हुई फिल्म नहीं है.