देश का पेन कार्ड सिस्टम पूरा ही अव्यवस्थित हो गया है.
देश का पेन कार्ड सिस्टम पूरा ही अव्यवस्थित हो गया है.
कुछ दिन पहले एक खबर प्रचारित की गयी थी पेन कार्ड की डिजाईन बदली जा रही है. तथा 01 जनवरी से नए डिजाईन व हिन्दी-अंग्रेजी दो भाषाओं में जारी किये जायेंगे. लेकिन लगता है कि देश का पेन कार्ड सिस्टम पूरा ही अव्यवस्थित हो गया. पिछले एक माह से एनएसडीएल (NSDL) कंपनी में सारे पेन कार्ड अटके पड़े है जिससे लोगो को भारी तकलीफ हो रही है.
साधारणतया एन.एस.डी.एल. (NSDL) द्वारा 7 से 10 दिन अन्दर-अन्दर नए पेन नंबर जारी कर दिए जाते थे लेकिन अब एक महीने बाद भी एनएसडीएल (NSDL) में आवेदन अटके पड़े है जिससे लोगो को बैंक की KYC पूरी करने में भारी तकलीफ आ रही है.
यदि नई डिजाईन की वजह से देरी हो भी रही हो तो कम से कम नए पेन नंबर तो अलोट किये जाने चाहिए लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा है. दूसरी तरफ सरकार जगह जगह पेन नंबर अनिवार्य किये जा रहे है जिससे लोगो को भारी तकलीफ है. रिपोर्ट लिखने तक मिली जानकारी के अनुसार 22.12.2017 के बाद के सारे एन.एस.डी.एल. (NSDL) आवेदन अटके पड़े है.
मजे की बात यह है कि आवेदक के पास TIN-Fc की रसीद है जबकि एन.एस.डी.एल. (NSDL) से पूछने पर जबाव मिलता है कि उनके पास आवेदन अभी तक आया ही नहीं है. ऐसा जबाव के कारण आवेदक TIN-Fc पर जाकर लड़ाई / शिकायत करता है. अब तो यह स्थिति है कि 09.01.2017 से एन.एस.डी.एल. (NSDL) की TIN-Fcs खुद आवेदन को प्रोसेस ही नहीं कर पा रही है. यानिकी सारे आवेदन TIN-Fc में ही अटके पड़े है तथा सरकार इस तरफ ध्यान ही नहीं दे रही है.