“वन्देमातरम बोलने से रोकना” भी हो सकती है, एक गंभीर सजा !
“वन्देमातरम बोलने से रोकना” भी हो सकती है, एक गंभीर सजा !
आपको सुनने में भले ही अजीब लगे लेकिन देश में एक नई और अजीब सजा भी मिल सकती है. यह सजा हो सकती है – “वन्दे मातरम ( Vandemataram) नहीं बोलने देने का अधिकार “. हालाकि अभी तक इसके लिए कोई क़ानून तो नहीं बना है, लेकिन मोदी जी के जंच गई तो इसके लिए क़ानून भी बन सकता है.
देश में एक विचारधारा यह भी चल रही है – ” यदि हिन्दुस्तान में रहना है तो वन्दे मातरम कहना होगा ” . दोनों ही विचारधाराए एक दूसरे के विपरीत है. लेकिन अजीब लगता है, एक ही देश में जब एक तरफ वन्दे मातरम की अनिवार्यता की बात की जाती है तो दूसरी तरफ वन्दे मातरम बोलने से रोकने की बात देश के सर्वोच्च स्तर से की जाए.
जिस तरह से बोला गया और पाबंदी की बात की गयी है, ऐसा लगता है कि सब कुछ बिना सोचे-समझे बोल दिया गया है . इमानदारी की बात तो यह है ,साधारणतया देनिक जिन्दगी में कुछ कार्यकर्मो में ‘वन्दे मातरम’ गाया जरूर जाता है लेकिन साधारणतया देनिक जिन्दगी में ‘वन्दे मातरम’ बोलता कौन है.
भले ही कोई इसे नकारात्मक रूप से ले लेकिन मेरा विश्वास है कि ऐसा बोलने वाले का यह इरादा कभी नहीं रहा होगा कि –
यदि आप हत्यारे है, तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप गौरक्षक है तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप झूठ बोलते है, तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप गोहत्या करते है तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप कालाधन रखते है, तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप पान गुटका खाते है, तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप बाबा राम रहीम है, तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप पान-गुटका बनाते है, तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप दुराचारी-बलात्कारी है, तो मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप भ्रष्टाचारी व घोटालेबाज है, तो मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप टैक्स की चोरी करते है, तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप GST का विरोध करते है, तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप नोट बंदी का विरोध करते है, तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप सड़क पर गुंडागर्दी करते है, तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
यदि आप शराब बंदी के बावजूद शराब बेचते है, तो भी मै आपको ‘वन्दे मातरम’ बोलने से नहीं रोकूंगा.
लेकिन पीएम मोदी जी एक सरकारी कार्यक्रम में कहते है –
यदि किसी ने गन्दगी फेलाई, तो उसे ‘वन्दे मातरम’ बोलने का अधिकार नहीं’ है,
और यदि किसी ने सड़क पर पान-गुटके की पीक थूकी, तो उसे भी वन्दे मातरम बोलने का अधिकार नहीं है !