Tuesday, January 14, 2020

जीएसटी के रिटर्न (विवरण पत्र) सिर्फ रिटर्न ही है या व्यापारी की ‘योग्यता परीक्षा’ के लिए कठिन व लंबा प्रश्न पत्र ?  

जीएसटी के रिटर्न (विवरण पत्र) सिर्फ रिटर्न ही है या व्यापारी की ‘योग्यता परीक्षा’ के लिए कठिन व लंबा प्रश्न पत्र ?  

 

अब जीएसटी के रिटर्न (विवरण पत्र) भरने का समय आ गया है. लेकिन पहले ही जीएसटी रिटर्न (GST Return) GSTR-1 को देखने से लगता है कि यह सिर्फ रिटर्न ही नहीं है,  बल्कि यह तो एक व्यापारी की योग्यता परीक्षा (Business Eligibility Examination – BEE)  के लिए लंबा प्रश्न पत्र (Very Long Examination  Paper)है. फर्क इतना ही है कि इस परीक्षा (Examination) में व्यापारी को उसके सलाहकार (Consultant) मदद से ऑनलाइन परीक्षा (Online Examination) देनी है. इस तरह से इन ऑनलाइन परीक्षा में व्यापारी व उसका सलाहकार दोनों ही संयुक्त परीक्षार्थी (Joint Examinee) होंगे. 

भारत सरकार ( Government Of India) की इस परीक्षा में कई खाशियते (Specialties) व आसान शर्ते (Easy Terms and Conditions) रहेगी जिसका ज्ञान सभी परीक्षार्थियों के अलावा देश के सभी नागरिको को भी होना चाहिए –

> यह परीक्षा हर महीने (Examination Every Month) देनी होगी,  यह परीक्षा ऑनलाइन (Online Examination) देनी होगी तथा इस परीक्षा में सभी तरह के साधनों (जेसे- इन्टरनेट- Internert, कंप्यूटर- Computer, मोबाइल फ़ोन-Mobile Phone, कैलकुलेटर-Calculator), गूगल सर्च- Google Search आदि) का खुल्ला जितना चाहो उतना उपयोग किया जा सकेगा. चूकि परीक्षा ऑनलाइन देनी होगी, अत: व्यापारी के स्थान पर उसका किराये का सीए या कर-सलाहकार (Hired CA or Tax Consultant) भी परीक्षा दे सकेगा, इस परीक्षा के लिए आपको 2-3 घंटे नहीं बल्कि कई दिन व चोबीसो घंटो ( 24 Hours / 24 x 7 )का समय मिलेगा तथा आप अपनी ऑनलाइन उत्तर-पुस्तिका ( Online Answer Books ) में बार-बार करेक्शन या अपडेट (Correction or Update) कर सकेंगे.

> यदि आपको किसी भी तरह की कोई मदद चाहिए या पूछताछ करनी हो तो आप अपने खर्चे पर भारत सरकार के जीएसटी कस्टमर केयर ( GST Customer Care) से भी मदद ले सकते है तथा परीक्षा परिणाम  (Instant Exam Results) आपको हाथो-हाथ सामने ही दिखता रहेगा. यदि आपके पास या आपके सीए या कर-सलाहकार के पास इन्टरनेट, कंप्यूटर, मोबाइल फ़ोन, कैलकुलेटर, गूगल सर्च आदि जेसे साधन नहीं होंगे तो आप जीएसटी परीक्षा (GST Examination) के लिए अयोग्य होने से आप हिन्दुस्तान में व्यापार (Ineligible Businessman for GST) ही नहीं कर पायेंगे.

यदि आपके पास उच्च स्तरीय जीएसटी के स्तर का सक्षम सीए या कर-सलाहकार ( Capable CA or Tax Consultant) नहीं है तो भी आप इस परीक्षा में भाग ही नहीं ले सकेंगे और  आप जीएसटी परीक्षा के लिए अयोग्य होने से आप हिन्दुस्तान में व्यापार ही नहीं कर पायेंगे.

> देश में कुछ बचे हुए संयुक्त परिवारो ( Joint Families ) को बड़ा फ़ायदा मिलेगा क्योकि परिवार के सभी सदस्य मिल कर भी यह परीक्षा दे पायेंगे (Joint Examination by all Family members) और संभव हुआ तो परिवार के एक सदस्य को जीएसटी (GST Expert) में पारंगत कर भारत में सफलता पूर्वक व्यापार (Successful Business) कर सकेंगे.

> यदि व्यापारी सारे प्रयासों के बाद भी जीएसटी रिटर्न GSTR-1 भरने की परीक्षा पास नहीं कर पाया तो पेनेल्टी (Penalty) के साथ हरेक दिन बार-बार परीक्षा दे पायेगा (Daily Examination Facility) और परीक्षा देने बाद समय मिल जाएगा तो उसे व्यापार करने की भी छूट रहेगी.

> ऐसे व्यापारी हर हालत में जीएसटी रिटर्न GSTR-1 भरने की परीक्षा पास नहीं कर पाता है, तो ऐसे व्यापारियों को बेरोजगारी ( Unemployment )की चिंता नहीं करनी चाहिए क्योकि मोदी सरकार (Modi Government) करोड़ो नए रोजगार का सृजन (Creation of Employment Opportunity) कर रही है, जिससे आप को नौकरी तो आराम ( Easy Service) से मिल ही जायेगी. 

जीएसटी रिटर्न GSTR-1 भरने की परीक्षा पास करवाने के लिए सरकार केसे मदद कर सकती है :  वेसे भारत सरकार के मंत्री मंडल ( Cabinet of Ministers) में एक से बढ़ कर अर्थ-शास्त्री (Economist), कंप्यूटर शास्त्री (Computer Expert) व क़ानून-शास्त्री (Law Expert) है, अत:  मजबूत सरकार (Powerful Government) यह कभी स्वीकार ही नहीं करेगी कि जीएसटी रिटर्न GSTR-1  नामक पेपर कोई कठिन (हार्ड) पेपर (Hard Exam Paper) है. अत: सरकार के मंत्री मंडल में से श्रेष्ठतम अर्थ-शास्त्री, कंप्यूटर शास्त्री व क़ानून- शास्त्री मंत्रियो ( Best Ministers as  Economist, Computer Expert and Law Expert ) की एक परीक्षा का आयोजन करवाया जानी चाहिए और उन्हें बिना कंप्यूटर वाले एक व्यापारी (Non-computerised Businessman) की लेखा पुस्तके व बिल बुक  दे दी जाए.

यदि एक भी मंत्री 10 घंटे में इस पेपर को हल / पूरा कर ले तो मान लिया जाए के देश के व्यापारी अयोग्य है और यदि एक भी मंत्री यदि 10 घंटे में इस पेपर को हल / पूरा करने में सफल नहीं हो तो सरकार दूसरे सरल पेपर (Easy Paper) से मंत्रियो की परीक्षा ले ले. जहा पर भी ये श्रेष्ठतम अर्थ-शास्त्री, कंप्यूटर-शास्त्री व क़ानून-शास्त्री मंत्री इस जीएसटी रिटर्न GSTR-1  नामक पेपर को सही ठहरा दे, उस पेपर को व्यापारी के सामने रखे जिससे वह भी परीक्षा पास कर के अपना व्यापार कर सके.

व्यापारी के लिए भी ‘जीएसटी परीक्षा’ को अनिवार्य भी किया जा सकता है  :  यदि व्यापारी फिर भी हाय-तोबा मचाये तो व्यापारी के लिए जीएसटी डिप्लोमा कोर्स (GST Diploma Course) शुरू कर देना चाहिए और डिप्लोमा-धारी व्यापारी ( Diploma Holder Businessman) को ही जीएसटी में व्यापार करने का लाइसेंस (Licence for Business under GST ) देना चाहिए जिससे अनपढ़ या कम पढ़े लिखे व्यापारियों को शिकायत करने का मोका ही नहीं मिलेगाऔर पढ़े लिखे लोगो के लिए रोजगार के नए रास्ते खुल जायेंगे (New opportunities of Employment) .

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