25 जून को जीएसटी रजिस्ट्रेशन तो खुलेगा लेकिन क्या रजिस्ट्रेशन मिलेगा ?
25 जून को जीएसटी रजिस्ट्रेशन तो खुलेगा लेकिन क्या रजिस्ट्रेशन मिलेगा?
सोशल मीडिया में जीएसटी के कई नए-नए नाम आ गए तथा मोदीजी व जेटली के लिए भी कई नए-नए नाम व विश्लेषण सोशल मीडिया में छाये हुए है. कई नामो व विश्लेषणों में तो बहुत ही हलके शब्दों तक का इश्तेमाल किया गया है जिनको यहाँ लिखना / दोहराना उचित नहीं होगा. बीजेपी या वीएचपी का एक प्रचलित नारा “हिंदुस्तान में रहना होगा तो वन्दे मातरम् गाना होगा” की जगह आजकल एक नारा चल रहा है “हिंदुस्तान में व्यापार करना है तो जीएसटी-जीएसटी गाना होगा”.
हालात यह है कि जीएसटी में रजिस्ट्रेशन लेना रेलवे से तत्काल की खिड़की खुलने जेसा हो गया है. जो लोग किसी भी कारण जीएसटी का रजिस्ट्रेशन लेने में फ़ैल या असमर्थ रहे है, उनको 25 जून से एक बार और स्वर्णिम मौक़ा मिलेगा. वो व्यापारी अपने आप को भाग्यशाली समझ सकता है , जिनको पहले से ही रजिस्ट्रेशन मिल चुका है, क्योकि 25 जून को जीएसटी तो खुलेगा लेकिन आधार सेवा बंद रह सकती है क्योकि कल तक तो आधार सेवा बंद थी.
अब या तो मोदी सरकार जीएसटी रजिस्ट्रेशन के लिए आधार वेरिफिकेशन की शर्त हटा लेगी, तब तो ठीक अन्यथा भगवान से प्रार्थना करे कि जीएसटी रजिस्ट्रेशन का कोई रास्ता बताये. वेसे भी यह ताकतवर सरकार शायद ही आधार वेरिफिकेशन की शर्त हटाये. जल्दी करे पता नहीं कब जीएसटी की बुकिंग विंडो / खिड़की वापिस बंद हो जाए क्योकि इस ताकतवर सरकार को जीएसटी महोत्सव मनाने की बहुत जल्दी है.
कुछ महीनो पहले एक दिन रात में नोटबंदी महोत्सव की घोषणा स्वयं देश के प्रधान मंत्री ने की थी जिसमें देश को क्या मिला आज दिन तक पता नहीं चल सका और अब 30 की रात को जीएसटी महोत्सव मनाया जाएगा जो देश में एक नई शुरूआत होगी. 1 जुलाई से देश को कांग्रेस द्वारा लाये वैट जेसे गंदे क़ानून से छुटकारा मिल जाएगा लेकिन कांग्रेस द्वारा लाया गया जीएसटी अब मोदी सरकार के हाथ लगने से 24 कैरट सोना बना जीएसटी, देश का भाग्य संवारेगा.