सुमेरपुर की सफलता का दूसरा रहस्य – केन्द्रीय भोगोलिक स्थिति.
राजस्थान के पाली जिले का एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण शहर ‘सुमेरपुर’ लम्बे समय से एक सफल वाणिज्यिक शहर रहा है व आज भी राजस्थान का ही नहीं बल्कि भारत का आर्थिक रूप से बेरोजगारी से मुक्त, सफलतम व अनुकरणीय शहर है. जिसके लिए सुमेरपुर की सफलता का दूसरा रहस्य है, इसकी केन्द्रीय भोगोलिक स्थिति.
सही में, सुमेरपुर दक्षिणी-पश्चिमी राजस्थान का शहर होने के साथ-साथ गुजरात से काफी करीब है, अत: सुमेरपुर का जुडाव जयपुर-जोधपुर से भी ज्यादा गुजरात के शहरों से है. यहाँ से अहमदाबाद मात्र 300 किलोमीटर है जबकि जयपुर 380 किलोमीटर. सुमेरपुर राजस्थान के 8 जिला मुख्यालयों का सड़क संपर्क द्वारा केंद्र बिंदु है तथा सुमेरपुर निम्न शहरो का व्यापारिक केंद्र है –
क्र. संख्या | शहर – जिला मुख्यालय | सुमेरपुर से दूरी |
1. | सिरोही (जिला मुख्यालय) | 040 कि.मी. |
2. | आबू रोड (सिरोही) | 109 कि.मी. |
3. | जालोर (उप-जिला मुख्यालय) | 184 कि.मी. |
4. | जालोर (जिला मुख्यालय) | 070 कि.मी. |
5. | बाड़मेर (जिला मुख्यालय) | 218 कि.मी. |
6. | जोधपुर (जिला मुख्यालय) | 150 कि.मी. |
6. | पाली (जिला मुख्यालय) | 075 कि.मी. |
7. | ब्यावर (उप-जिला मुख्यालय) | 190 कि.मी. |
8. | अजमेर (जिला मुख्यालय) | 245 कि.मी. |
9. | राजसमन्द (जिला मुख्यालय) | 120 कि.मी. |
10. | उदयपुर (जिला मुख्यालय) | 150 कि.मी. |
यही नहीं, सुमेरपुर पांच जिला मुख्यालय सिरोही, पाली, जोधपुर, अजमेर –ब्यावर तथा उदयपुर तो सुमेरपुर से अब फोर-लाइन रोड से जुड़ा हुआ है. तथा बाकी सभी जिला मुख्यालय से स्टेट-हाईवे या टोल रोड से से जुड़ा हुआ है. इन्ही स्थितियों में, सुमेरपुर की केन्द्रीय स्थिति व सड़को के जाल से जुडाव, सुमेरपुर की सफलता का दूसरा रहस्य है.