Sunday, December 3, 2017

” मै धारक को पांच सौ रूपये अदा करने का वचन देता हूँ ” – इस झूठे व अविश्वसनीय वादे को नोट पर से हटाने की मांग  

” मै धारक को पांच सौ रूपये अदा करने का वचन देता हूँ ” –  इस झूठे व अविश्वसनीय वादे को करेंसी नोट पर से हटाने की मांग. 

 

500-1000 रूपये के  नोट बदली कार्यक्रम की शुरूआत की पहली सालगिरह 8/9 नवम्बर, 2017 को आ रही है. मोदी सरकार नोट बदली कार्यक्रम की सफलता का जश्न मनाने के मूड में है और विपक्ष विरोध के मूड में.  500-1000 रूपये के  असली-नकली पुराने नोट, अब नए 500 – 2000  रू. के नए असली नोटों में बदल चुके है.

3 नवम्बर को ही भारत की लोकप्रिय व न्यायप्रिय मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में साफ़ किया कि जिन 14 लोगो के पास पुराने 500-1000 रूपये के नोट है और उन्होंने इसे लेकर कोर्ट में याचिका दायर की है, उन पर कार्रवाही नहीं की जायेगी यानिकी सरकार के लिखित कानूनों पर विश्वास कर 31 मार्च, 2017 का इंतज़ार कर पुराने 500-1000 रूपये बैंक में जमा नहीं करवा सके बाकी लोग दंडनीय अपराधी है.

भारत की रिज़र्व बैंक द्वारा जारी प्रत्येक करेंसी नोट (5 रूपये तथा उससे बड़ी करेंसी) पर रिज़र्व बैंक के गवर्नर द्वारा दिया गया एक वचन मुद्रित रहता है  – मै धारक को ……….. रूपये अदा करने का वचन देता हूँ – गवर्नर लेकिन 500-1000 रूपये के नोट बदली कार्यक्रम यह साबित कर चुका है कि यह वचन (Promise) बिलकुल ही झूठा व अविश्वसनीय है.

इस देश की जनता काफी कम पढी लिखी है और जरूरत से ज्यादा अपनी सरकार पर विश्वास कर लेती है. इसी कारण   देश के अनपढ़ व पढ़े लिखे लोग 5 रूपये से लेकर 2000 रूपये के नोट पर प्रकाशित “ मै धारक को ………. रूपये अदा करने का वचन देता हूँ – गवर्नर (I PROMISE TO PAY THE BEARER THE SUM OF FIVE HUNDRED RUPEES – GOVERNOR) ”  पर आराम से विश्वास करते रहे है जबकि यह वचन (Promise) बिलकुल ही बनावटी  व अविश्वसनीय है.

देश में कई कंपनिया अपने प्रोडक्ट पर शर्तो को या तो इतना बारीक प्रिंट करती कि कोई पढ़ ही नहीं सके या * (Star) लगा कर शर्ते कही ओर प्रदर्शित कर देती है ताकि कोई बिना मेहनत के पढ़ नहीं सके. रिज़र्व बैंक ने तो हद कर रखी है कि बिना किसी शर्त को प्रकाशित किये हर नोट पर छाप देती है – “ मै धारक को ……. रूपये अदा करने का वचन देता हूँ – गवर्नर ”

हालाकि आगे-पीछे मामला कोर्ट में भी जाएगा ही लेकिन मै इस लेख के माध्यम से सरकार व रिज़र्व बैंक से मांग करता हूँ कि सभी करेंसी नोटों पर से यह मुद्रित वचन को तत्काल हटाये और सही व सत्य वचन “आरबीआई एक्ट के प्रावधानों के अनुसार मै धारक को ……….. रूपये अदा करने का वचन देता हूँ ” यामै धारक को पांच सौ रूपये अदा करने का वचन देता हूँ – शर्ते लागू* ” प्रत्येक कागजी नोट (Paper Currency) पर प्रिंट करे.

लेखक : कैलाश चंद्रा 

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