पेनकार्ड पर छपा आपका नाम पेनकार्ड रिकॉर्ड से क्यों नहीं मिलता ?
पेनकार्ड पर छपा आपका नाम पेनकार्ड रिकॉर्ड से क्यों नहीं मिलता ?
इस रिपोर्ट का शीर्षक शायद आपको अजीब लग सकता है. लेकिन इस बात की काफी संभावना है कि पेनकार्ड पर छपा हुआ आपका नाम पेन रिकॉर्ड से नहीं मिलता हो. जिसके कारण आपके पेन कार्ड को एकबारगी फर्जी या झूठा माना जा सकता है.
क्या पेन कार्ड झूठा या फर्जी है – यदि पेनकार्ड पर छपा हुआ आपका नाम पेनकार्ड के सरकारी रिकॉर्ड (डेटाबेस) से नहीं मिलता है, तो जरूरी नहीं है कि आपका पेनकार्ड झूठा या फर्जी है बल्कि पेन कार्ड पर थोड़ा नाम अलग होने बावजूद भी, आपका पेन कार्ड सही हो सकता है.
दो मामूली अलग-अलग नाम सही क्यों – हकीकत यह है कि पेन कार्ड का आवेदन करते समय, आवेदक को अपने दो नाम आवेदन पत्र में भरने होते है. एक पूरा नाम सरकारी रिकॉर्ड (डेटाबेस) के लिए तथा दूसरा पूरा या छोटा नाम पेन कार्ड पर छापने के लिए. यदि कोई भी आवेदक दोनों नाम एक समान रखता है तो दोनों जगह बिना अंतर के एक ही नाम रहेगा. लेकिन यदि दोनों नाम कुछ-कुछ अलग है तो पेन कार्ड पर अलग नाम होगा तथा सरकारी रिकॉर्ड (डेटाबेस) में अलग नाम होगा (जेसे – Kailash Chandra Maheshwari – Kailash C Maheshwari) इसी स्थिति में यदि आप पेन नंबर का कभी भी डेटाबेस के साथ मिलान करेंगे तो आपको फर्क दिखेगा. इस तरह से दोनों नाम सही होते हुए भी दोनों अलग-अलग दिखेंगे जिससे आपको कई जगह परेशानी हो सकती है.
समस्या का हल क्या है – यदि मिलान / वेरिफिकेशन करने पर फर्क आता है को घबराये नहीं तथा सरकारी रिकॉर्ड (डेटाबेस) में उपलब्ध नाम को ही सही माने. लेकिन विवाद से बचने के लिए मै सभी पेन कार्ड धारको को निम्न दो सलाहे देना चाहूंगा –
- जब भी नए पेन कार्ड के लिए या करेक्शन के लिए या रीप्रिंट के लिए आवेदन करे, तो दोनों नाम एक ही रखे. मामूली अंतर के साथ भी दो अलग-अलग नाम उपयोग में नहीं लेवे.
- यदि वर्तमान में आपके दोनों नामो में फर्क है, आपको पेन कार्ड में करेक्शन / सुधार के लिए आवेदन करके, दोनों नाम एक समान (100%) करवा लेने चाहिए.