राम राज्य से बढ़ कर है, चुनावी जीत ?
राम राज्य से बढ़ कर है, चुनावी जीत ?
उत्तरप्रदेश की रिकॉर्ड तोड़ व एतिहासिक जीत पर यह भी अब कहा जाने लगा है कि अब उत्तरप्रदेश व हिन्दुस्तान में राम राज्य की स्थापना हो सकेगी. सभी आशावान देश वाशियों को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजापा से बहुत ज्यादा उम्मीद है.
लेकिन क्या यह सत्य सोच है. हकीकत में बीजेपी की सोच में एक स्पष्टता झलकती है कि एक बार एन-केन-प्रकारेण सता हासिल की जाए. एक बार सता हासिल हो गयी तो फिर राम राज्य की स्थापना संभव हो सकती है. कई बुद्धिजीवी इस बात पर सहमत है कि गन्दगी / कीचड में गिरकर ही ‘कमल’ खिलाया जा सकता है लेकिन कमल खिल जाने के बाद उसे साफ़ रखा जा सकता है. अत: ऐसी उम्मीद भाजपा से भी की जाती रही है.
लेकिन कई प्रश्न अब हम सबके सामने है. क्या ‘कमल के फूल’ जेसी साफ़-सुथरी राजनीति की उम्मीद भाजपा से की जानी चाहिए या क्या भाजपा वाकई देश में राम राज्य स्थापित करना चाहती है या भाजपा के लिए चुनाव जीतकर सता पर काबिज होना ही एक मात्र लक्ष्य है ? इन प्रश्नों का जबाव ठुंढने से पहले, आप सभी का ध्यान एक छोटी सी घटना की तरफ आकर्षित करना चाहूंगा.
पिछले विधान सभा चुनावों में उत्तर प्रदेश की सीमा से लगते राजस्थान की धौलपुर विधानसभा सीट से बसपा के बी.एल.कुशवाह जीते थे. बसपा विधायक बी.एल.कुशवाह पर ह्त्या का आरोप लगा, जिसके बाद कुशवाह की नजदीकिया भाजपा से बढ़ने लगी लेकिन अंतत: कुशवाह को आजीवन कारावास की सजा हो गई जिससे कुशवाह को आजीवन कारावास तो हो ही गया, साथ ही साथ, राजस्थान विधान सभा की सदस्यता भी चली गयी.
परिणाम स्वरुप धौलपुर की सीट खाली हो गई जिस पर अगले माह उपचुनाव होना है. राजस्थान में भाजपा को भारी बहुमत उपलब्ध है लेकिन उपचुनाव में धौलपुर की सीट पर भाजपा का चेहरा बड़ा ही चौकाने वाला है. धौलपुर की सीट पर भाजपा का प्रत्याशी है – ह्त्या के आरोप में आजीवन सजायाप्ता पूर्व बसपाई विधायक बी. एल. कुशवाह की पत्नी शोभारानी कुशवाह. यानिकी उत्तरप्रदेश के बाद अब राजस्थान में पहले सी ही स्थापित भाजपा के राम राज्य को ‘ह्त्या के आरोप में आजीवन सजायाप्ता पूर्व बसपाई विधायक बी. एल. कुशवाह की पत्नी शोभारानी कुशवाह’ ओर ज्यादा मजबूत करेगी.