Wednesday, December 18, 2022

आदर्श लिक्वीडेटर (Adarsh Liquidator) नियुक्ति आदेश रद्द – किसको खुशी किसको गम  

आदर्श  लिक्वीडेटर नियुक्ति आदेश रद्द (Cancellation Of Adarsh Liquidation Order) – किसको खुशी किसको गम

(इस विषय का विडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Click here to see Video) 

  1. आदर्श मोदी घोटाला (Adarsh Modi Scam) से जुड़े सोशल मीडिया में 7 सितम्बर, शनिवार सुबह से गुजरात हाई कोर्ट (Gujarat High Court) के आदेश की बाते छाई रही.

 

  1. शाम होते-होते फेसले की प्रति भी सोशल मीडिया में आ गयी. फेसले की अंतिम लाइन्स से ‘एजेंट डोमिनेटेड ग्रुप्स’ (Agent Dominated Groups) में इस खबर को बहुत सकारात्मक लेते हुए आदर्श-मोदी परिवार (Adarsh Modi Family) की बड़ी जीत (Big Victory) बताया.

 

  1. क्या था मामला और क्या है फेसला (What is Matter and Decision) 

 

  • पहले कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) , फिर लिक्वीडेटर की नियुक्ति (Appointment of Liquidator) 07.12.2018 से
  • आदर्श सोसाइटी (Adarsh Society) की ओर से लिक्वीडेटर की नियुक्ति और उसके प्रक्रिया के विरूद्ध कुल तीन पिटीसन गुजरात हाई कोर्ट (Petitions in Gujarat High Court) में लगाईं गयी थी जिनके फेसले का इंतज़ार पिछले 8 महीने से हो रहा था.
  • सेंट्रल रजिस्ट्रार (Central Registrar) श्री दिनेश कुमार ने कारण बताओ नोटिस जारी कर 09.2018 को सुनवाई की लेकिन 11.10.18 को जारी आदेश से नियुक्त Dr. Abhilaksh Likhi ने 07.12.2018 को लिक्वीडेसन आदेश  (LIquidation Order) जारी किया.
  • हाईकोर्ट के सामने सिर्फ एक तकनिकी मामला  (Technical Matter) था – क्या Abhilaksh Likhi द्वारा पुन: सुनवाई किये बिना आदेश जारी करना सही था ?

 

  1. हाई कोर्ट ने क्या दिया फेसला  (Decision Of Gujarat High Court)?

 

  • Abhilaksh Likhi द्वारा पुन: सुनवाई किये बिना आदेश जारी करना सही नहीं था.
  • अत: लिक्वीडेसन आदेश खारिज  (Cancelled Liquidation Order) कर दिया गया.
  • संबंधित अथॉरिटी  (Empowered Authority) एक बार सोसाइटी प्रबंध (Society Management) को पुन: फ्रेश सुनवाई को मौक़ा (Opportunity Of Fresh Hearing) दे और फिर क़ानून अनुसार आदेश पारित  (Order As Par Law) करे.

 

  1. अब क्या होगा (What Will Happen Now)–

 

  • एक आप्शन (Option-1) : सरकार सुप्रीम कोर्ट (Goverment in Appeal Before Supreme Court) जाए या जायेगी [बहुत कम संभावना (Rare Possibility) और निवेशको के खिलाफ (Against the Investors) होगा].
  • सही व दूसरा आप्शन (Option-2) : पुन: नोटिस, पुन: सुनवाई और पुन: लिक्वीडेटर का आदेश (Fresh Order after fresh hearing) .

 

  1. किसको खुशी किसको गम (Hapiness or Sadness for Whom)
  • सब के लिए खुशी की बात है (Hapiness for All).
  • कम से कम 8 माह से लटका फेसला आ गया (HC Decision came after long waiting of 8 months) . आगे का रास्ता खुल (Further Route Opens) गया.
  • शीघ्र ही पुन: लिक्वीडेटर का आदेश आयेगा  (Shortly New Liquidator Order will come) जिससे और बिना देरी के लिक्वीडेसन की कार्यवाही (Fast Winding-up Process) हो सकेगी, जिससे निवेशको को पैसा शीघ्र (Fast Money Return) मिल सकेगा.
  • आदर्श मोदी प्रबंध  (Adarsh Modi Management) के लिए गम की बात हो सकती है क्योकि आदर्श मोदी प्रबंध के पक्ष और तारीफ़ में एक शब्द नही लिखा गया आदेश में.
  • उनके लिए गम की बात हो सकती है जो सोसाइटी पर मोदी परिवार का कब्जे  (Control Of Modi Family over the Society) पुन: देखने और थाईलैंड यात्राओं  (Thailand Journies)का सपना देख रहे है.

 

  1. चेतावनी भरी सलाह (Alarming Advise) :
  • कोई भी नया निवेश (No New Investment) या renew नहीं करे और धोखे में नहीं आवे (Don’t be cheated more).
  • यदि maturity के बावजूद पैसा नहीं मिल रहा हो, तो बचत खाते में ट्रान्सफर (Get Transferred in Saving Account) भले ही करवा ले.
  • यदि मोदी प्रबंध या उनका कोई भी एजेंट या अन्य कोई भी कोई देता हो या दिलाता हो तो सिर्फ वापिस लेने का ध्यान रखे (Focus on Taking money back).

 

Related Post

Add a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सहकारी घोटालो में से एक और मल्टी स्टेट क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी का घ...

देश की अर्थ-व्यवस्था का भट्टा बैठाने में सहयोगी अनेको सहकारी घोटालो में से एक और मल्टी स्टेट क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी का घोटाला.   Related ...

SiteLock