आयकर ट्रिब्यूनल सदस्य आर. पी. तोलानी के खिलाफ भ्रष्टाचार व उत्पीडन का आरोप
सी.ए. के. सी. मूंदड़ा ने आयकर ट्रिब्यूनल सदस्य आर. पी. तोलानी के खिलाफ भ्रष्टाचार व उत्पीडन का आरोप लगाते हुए, सेंट्रल विजिलेंस कमिश्नर को एक शिकायत की है जिसकी प्रतिया कानून मंत्री व सी एंड ऐ. जी. को भी भेजी गयी है.
सी.ए. मूंदड़ा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि अन्य सरकारी ऑफिस की तरह आयकर ट्रिब्यूनल भी न केवल भ्रष्टाचार व उत्पीडन की गतिविधिओ से परिपूर्ण है बल्कि आयकर ट्रिब्यूनल में टूर्स के नाम पर उच्च स्तरीय भ्रष्टाचार किया जाता है. षड़यंत्र से तेयार किये जाने वाले आधिकारिक टूर्स के मार्फ़त सरकारी खजाने से भारी वसूली आयकर ट्रिब्यूनल के सदस्यों द्वारा की जाती है. आयकर ट्रिब्यूनल जेसे न्यायिक प्लेटफार्म में ऐसी षड़यंत्रकारी भ्रष्ट गतिविधिया वर्तमान में भी उच्च स्तरीय संरक्षण के चलते फल फूल रही है
उदहारण के लिए, कुछ ही दिनों पहले अहमदाबाद ट्रिब्यूनल के न्यायिक सदस्य आर.पी.तोलानी ने षड़यंत्र कर 27 जून से 1 जुलाई तक का जयपुर का टूर मैनेज किया जबकि उस समयावधि में 13.05.16 से ही अहमदाबाद का एक न्यायिक सदस्य मुंबई टूर पर चल रहा था यानिकी एक न्यायिक सदस्य अहमदाबाद में कम था तथा दूसरी ओर जयपुर में पहले से ही दो न्यायिक सदस्य कार्यरत होने से वहा कोई जगह खाली नहीं थी . लेकिन आर.पी.तोलानी के इस षड़यंत्रपूर्ण मैनेज किये गए टूर को सही साबित करने के लिए जयपुर में कार्यरत न्यायिक सदस्य को इसी समयावधि (27 जून से 1 जुलाई तक ) के लिए सरकारे खर्चे पर अहमदाबाद भेज दिया गया.
इन षड़यंत्रपूर्ण मैनेज किये गए टूर से आर.पी.तोलानी के निजी टूर को मैनेज करने के लिए सरकार को दो टूर का खर्च वहन करना पड़ा. यहाँ पर यह उल्लेखनीय है कि आर.पी.तोलानी के यह टूर बहुत पहले 09.06.2016 को ही मैनेज कर लिया था जबकि उस समय जयपुर में कोई स्थान खाली नहीं था. उसके टूर के आदेश होने के बाद उस समयावधि (27 जून से 1 जुलाई ) में जयपुर की दो सीटो पर तीन न्यायिक सदस्य हो गए. इस असाधारण हालात को दुरस्त करने लिए व आर.पी.तोलानी के इस निजी टूर को यथावत रखने लिए जयपुर के न्यायिक सदस्य श्री कुलभारत को अहमदाबाद टूर पर भेजने के आदेश 15.06.2016 को जारी कर दिए गए.
इन षड़यंत्रपूर्ण मैनेज किये गए टूर में सरकार से खर्च वसूलना प्रकरण का एक पहलू है जबकि टूर के पीछे छिपा हुआ एजेंडा किसी अपीलांट व उसके वकील को नुकसान पहुचाने व उनका उत्पीडन करना था. उनका दुर्भावना पूर्ण उद्देश्य था कि एक आवेदन M.A. No. 36/JP/15 की सुनवाई को 01.07.2016 को नहीं होने देना था और टूर पर आकर 01.07.2016 को इस केस की सुनवाई अनावश्यक ही स्थगित कर डाली.
यह आर. पी. तोलानी का निजी टूर सरकारी खर्चे पर मैनेज किया था. अत: सरकार को ऐसे मामलो की जांच करवानी चाहिए तथा जानना चाहिए कि ऐसे टूर में उनका क्या सरकार के प्रति क्या परिणाम / योगदान था. इस तरह से इसी केस जुडी एक अन्य और भी शिकायत का जिक्र भी उस शिकायत में किया गया है जो वाकई बहुत ही गंभीर है. चूकि पूरी मूल शिकायत की प्रति ही यहाँ साथ में संलन है, अत: अन्य मामलो को विस्तार से नहीं बताया जा रहा है.
पाठको की मांग पर, यह खबर कुछ दिन पहले अंगरेजी में छपी खबर का हिंदी में रूपांतरण का प्रयास है. रूपांतरण में अशुद्धि की संभावना सदेव रहती है. अत: मूल शिकायत को ही सही समझा जावे.
Excellent coverage by MR. MOONDRA,
Government must take stricted possible action against Mr. tolani.
Prima facie his involvement in this case clearly shows his dubious role.
Dear Sir,
Thanks. We will try our best that not only Mr. Tolani but any such government authority involved in corruption and harassing activities should be exposed and punished.