जीएसटी का असर, बाज़ारों में ऑफर ही ऑफर !
गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) पूरे देश में 1 जुलाई से लागू करने की तैयारी है। जीएसटी आएगा तो ज्यादातर चीजें पहले से सस्ती हो जाएंगी, ये दावा सरकार ने किया था लेकिन बाजार इससे एक कदम आगे निकल गया है। बाजार में अभी से जीएसटी स्टॉक क्लीयरेंस सेल शुरू हो गई है। कहीं 50 फीसदी तक डिस्काउंट है तो कहीं एक के साथ एक फ्री का ऑफर। बड़े ब्रांड्स, ऑनलाइन और ऑफलाइन स्टोर ऐसे ऑफर दे रहे हैं। पूरे देश में रेडीमेड कपड़े, शूज, इलेक्ट्रानिक प्रोडक्ट और ऑटोमोबाइल सेक्टर के बड़े शोरूमों के साथ ही रिटेल बाजार में भी स्टॉक क्लीयरेंस सेल के पोस्टर देखे जा सकते हैं।
बाजार में चल रहे ऑफर्स पर नजर डालें तो प्यूमा अपने प्रोडक्ट पर 40 फीसदी की छूट के अलावा 10 फीसदी का अतिरिक्त डिस्काउंट दे रही है। ऐलेन सॉली अपने मेंबर्स के लिए 1 के साथ 1 फ्री का ऑफर लेकर आई है। लीवाइस 2 के साथ 2 फ्री का ऑफर लेकर आई है। पेपे जींस तीन के साथ एक फ्री का ऑफर लेकर आई है। वहीं पैंटालूंस मेंबर्स के लिए 6000 रुपए की खरीदारी पर 6000 रुपए का सामान मुफ्त देने का ऑफर लाया है। इसके साथ ही 10 प्रतिशत कैशबैक का ऑफर भी चल रहा है। एफबीबी में कपड़ों पर 50 से 60 फीसदी तक की छूट का ऑफर चल रहा है। साथ ही 2000 रुपए की खरीदारी पर 1000 रुपए का कैशबैक दिया जा रहा है।
जीएसटी लागू होने से पहले कारों पर भी ऑफर चल रहा है। हुंडई की ओर से इयॉन, ग्रांड आई 10, आई 20 और क्रेटा पर 40000 रुपए से लेकर 2.5 लाख रुपए तक की छूट दी जा रही है। वहीं मारुति सुजुकी ऑल्टो, वैगन आर और सेलेरियो पर 40000 रुपए से लेकर 65000 रुपए तक की छूट दे रही है। होंडा की ओर से बीआरवी, अमेज और जैज पर 25000 रुपए से लेकर 55000 रुपए का डिस्काउंट दिया जा रहा है। कार कंपनियां इस डिस्काउंट के अलावा फ्री इंश्योरेंस, एक्सचेंज बोनस और सरकारी कर्मचारियों को छूट जैसे ऑफर भी दे रही है। फोर व्हीलर के साथ ही टू-व्हीलर कंपनियों में बजाज ने 4500 रुपए तक कीमतें घटा दी हैं और रॉयल एनफील्ड भी डिस्काउंट ऑफर दे रही है।
जीएसटी का असर इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स पर भी देखने को मिल रहा है। जीएसटी से पहले रिलायंस डिजिटल छूट के ऑफर लेकर आई है। होम थिएटर, टीवी और फ्रिज पर 50 फीसदी तक की छूट दी जा रही है। वॉशिंग मशीन पर 20 फीसदी, लैपटॉप पर 30 फीसदी, मोबाइल पर 20 फीसदी, टैबलेट पर 10 फीसदी और एसी पर 22 फीसदी की छूट मिल रही है। इसके अलावा इलेक्ट्रानिक्स शोरूम संचालक कंपनी के मुताबिक अलग-अलग डिस्काउंट ऑफर दे रहे हैं।
जीएसटी को लोग अपने-अपने हिसाब से देख रहे हैं। कुछ को संदेह है कि उनके स्टॉक पर जीएसटी लगने के बाद देय कर वसूला जा सकता है। ऐसे में बहुत से कारोबारी अपना स्टॉक क्लीयर करने में जुट गए हैं। इसका पहला बड़ा कारण है कि जीएसटी में स्टॉक चेकिंग का प्रावधान भी रखा गया है। दूसरी मुख्य वजह यह है कि आमतौर पर असंगठित क्षेत्र में किताबी हिसाब से ज्यादा स्टॉक रखा जाता है। ऐसी स्थिति में इस सेक्टर की अब सबसे बड़ी चिंता यह है कि कहीं जीएसटी के दायरे में आने के बाद उन्हें नए कानून के मुताबिक जुर्माना न देना पड़े, क्योंकि नए कानून में इसके लिये तगड़ा जुर्माना लगाने का प्रावधान है।
जीएसटी आने से टैक्स के रेट चेंज होंगे इसलिए कारोबारी नुकसान से बचना चाहते हैं, इसलिए स्टॉक क्लीयरेंस करना जरूरी हो गया है। जो भी हो बाज़ारों में ऑफर्स की भरमार हो रखी है और इससे उपभोक्ताओं को फायदा जरूर हो गया है। में खुद आम उपभोक्ता के तौर पर ऑनलाइन और ऑफलाइन खरीदारी करके इसका लाभ उठा चुका हूँ।
सोहिल दम्मानी, इंदौर