Thursday, December 19, 2019

क्या आपको मालूम है, नोट बंदी में कुल कितने नोट जमा हुए ?  

क्या आपको मालूम है, नोटबंदी में कुल कितने नोट जमा हुए ? 

8 नवम्बर 2016 (08 November 2016) की रात नोटबंदी (Demonetization)की घोषणा की गयी थी जिसमे भारत में चल रहे 500 रूपये व 1,000 रूपये ( Rs. 500 and 1000 Currency) का प्रचलन बंद कर दिया गया था.  नोटबंदी की घोषणा के अनुसार 31 मार्च, 2017 (31st March 2017) तक सारे पुराने बंद नोट / करेंसी देश की अधिकृत बेंक (Authorised Banks) व रिज़र्व बैंक (Reserve Bank Of India) में जमा करानी थी. 

बाद में भारत सरकार (Government Of India) ने वादा खिलाफी (Broken Promise) कर नोट जमा कराने की अवधि घटा कर 30 दिसम्बर, 2016 कर दी, जिससे सरकार पर विश्वास करने वाले नागरिको के पुराने बंद नोट / करेंसी उनके पास पड़ी रह गई तथा आज भी करोड़ो-अरबो की ऐसी करेंसी देश के नागरिको के पास पडी सड़ रही है, जिनके छोटे-बड़े कुछ मामले रोज उजागर भी होते रहते है. 

पुराने बंद नोट / करेंसी बैंक में जमा कराने की अवधि क्यों घटा दी गयी थी : हुआ यो कि सरकार की योजना व कल्पना के विपरीत भारी मात्रा में पुराने बंद नोट / करेंसी बैंक (Old and Demonetized Currency)  में जमा हुई जिससे सरकार की नींद उड़ गयी. विश्वस्त खबरों के अनुसार कई राज्यों ( Indian States) में बेंको (Banks) में बड़ी मात्रा में नकली नोट (Fake Currency) तक जमा हो गए और सरकार मोटे तोर पर कुछ नहीं कर पा रही थी. उस हालात से बचने के लिए रिज़र्व बैंक / सरकार ( Government Of India) ने नोट जमा कराने की अवधि ही घटा कर 30 दिसम्बर 2016 (30 December 2016) कर दी. हालाकि तब तक काले धन (Black Money Hoarders) वाले धन-कुबेर अच्छी खासी मात्रा में पुराने बंद नोट / करेंसी बैंक में जमा करा चुके थे.

नोट बंदी में कुल कितने नोट जमा हुए ? : नोट बंदी के शुरूआती दिनों में तो आंकड़ा जनता को बताया जा रहा था लेकिन ज्यो-ज्यो 30 दिसम्बर नजदीक आने लगी सरकार ने बोलना व बताना बंद कर दिया. सरकार के काबिल काबिना मंत्री (Cabinet Minister) बड़ी दृढ़ता (Confidentially) से बताते रहे कि पुराने जमा बंद नोटों की गिनती अभी तक पूरी नहीं हुई है (Counting is still in progress) लेकिन उसके बाद कई महीने बीत गए लेकिन कभी नहीं बताया कि गिनती कब तक पूरी होगी तथा गिनती चल कहा रही है. बताया तो यह भी नहीं जा रहा है कि यह नोटों की रद्दी (शून्य कीमत की यह करेंसी) एकत्रित / जमा कहा की गयी है. 

हकीकत यह है कि भारत का बैंकिंग सिस्टम (Indian Banking System) इतना तगड़ा है कि बेंको के पास और सरकार के पास एक-एक बंद और चालू नोट का हिसाब व गणना है. लेकिन विश्वास करने लायक अनुमान (Reliable Estimate) के अनुसार रिज़र्व बैंक के पास शत-प्रतिशत (Hundred Percent -100%) पुराने बंद नोट / करेंसी की संख्या उपलब्ध है लेकिन देश को बताने लायक नहीं है. इसी विश्वास करने लायक अनुमान के अनुसार रिज़र्व बैंक (Reserve Bank) के पास 100% (सो-प्रतिशत)  से भी ज्यादा पुराने बंद नोट / करेंसी (More than  Hundred Percent)  यानिकी रिज़र्व बैंक (Reserve Bank)  द्वारा जारी 100 नोट के सामने 101 ( 101 or more instead of 100)  या उससे भी ज्यादा नोट जमा हो चुके है  जो कि देश को बताने लायक सच्चाई (Truth) नहीं है क्योकि सरकार के पास इस सच्चाई का कोई स्पष्टीकरण (Explanation) ही नहीं है.

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