नोटबंदी के एक बहुत बड़े घोटाले की परते सुमेरपुर (राजस्थान) से खुलनी चालू – एक सहकारी बैंक का बड़ा घोटाला !!
नोटबंदी के एक बहुत बड़े घोटाले की परते सुमेरपुर (राजस्थान) से खुलनी चालू – एक सहकारी बैंक का बड़ा घोटाला !!
नोटबंदी (Demonetization) से सम्बंधित एक बहुत बड़े घोटाले (Scandal) की परते राजस्थान के सुमेरपुर (Sumerpur – Rajasthan) से खुलनी चालू हो गयी है. ताजा मिली जानकारी के अनुसार आयकर विभाग (Income-tax Department) की तरफ से नोटबंदी से सम्बंधित दूसरे राउंड की ऑनलाइन जांच (Online Inquiry) में अधिकाँश सहकारी बेंको (Co-operative Banks) में जमा रकम से सम्बंधित ऑनलाइन जांच की प्रश्नावली से सुमेरपुर के कई व्यापारी तब भोचंके रह गए जब उनको मालूम पड़ा कि इस सहकारी बैंक ने उनके नाम से डबल रकम (Double Amount) जमा दिखाई गयी और उसके लिए बाकायदा उन्ही पार्टियों के नाम से दूसरा फर्जी खाता नंबर दिखाया गया.
इस तरह से इस सहकारी बैंक की एक ही ब्रांच में नोटबंदी के समय लाखो रूपयों के घोटाले की सुमेरपुर बाजार (Sumerpur Market) में आम चर्चा है लेकिन पूरी लिस्ट अभी खुलनी बाकी है. मजे की बात यह है कि डबल एंट्री करके करोड़ो के घोटाले की एंट्रीज़ की सूचना स्वयं बैंक ने ही आयकर विभाग को जानबूझकर या अनजाने में ऑनलाइन दे दी या देनी पडी.
आप सभी पाठक, न्यूज़ क्लब पर प्रकाशित न्यूज़ दिनांकित 19.11.2016 जो कि “ Scandals In Crores Through Demonetization Scheme – Banking Formulas of Converting Black Money into New Notes ” तथा दिनांकित 21.11.2016 ” CA Arrested with 1 Cr. Rupees in Sirohi District – the hub for exchanging Rs. 500 and Rs. 1000 Currency Notes ” शीर्षक से प्रकाशित हुई थी, की तरफ अपना ध्यान दे. उस न्यूज़ में विस्तृत रूप से बताया गया था कि सिरोही -राजस्थान (Sirohi-Rajasthan) में किस तरह से पुराने-बंद नोट बदले जा रहे है. आप इन पुरानी न्यूज़ को भी यही से क्लिक (Click) करके पढ़ भी सकते है. सुमेरपुर सिरोही जिला मुख्यालय (Sirohi District Head Quarter) से मात्र 40 किलो मीटर ही दूर है.
फर्जीवाड़ा / घोटाला केसे किया गया – How The Scandal Executed : मान लीजिये, एक व्यापारी का का बैंक खाता (Bank Account) नंबर है HP-101 है, उसने नोटबंदी के दोरान 27 लाख रूपये के नोट जमा कराये. बैंक ने उसी व्यापारी का एक फर्जी खाता नंबर 101 और क्रिएट कर लिया और उसमे भी 27 लाख जमा कर लिए. यानिकी व्यापारी ने तो अपने इकलोते व सही बैंक खाते में 27 लाख जमा कराये जबकि बैंक ने 27-27 लाख दो बार यानिकी 54 लाख जमा कर लिए. जिस तरह से आयकर विभाग से पार्टियों को नोटिस आये है, उससे स्पष्ट होता है कि इस बैंक में करोड़ो का नोटबंदी के दोरान फर्जीवाड़ा किया गया है. इस दूसरे खाते की जानकारी ऐसे व्यापारियों को बिलकुल ही नहीं थी बल्कि उनको इसकी जानकारी आयकर विभाग से मिली. जन-चर्चा के अनुसार ऐसा सारा फर्जीवाड़ा बैंक के उच्च प्रबंध के किसी विश्वसनीय कर्मचारी द्वारा किया गया होगा जो कि इस ग्रुप के मुखिया / मालिक की जानकारी व मिलीभगत के बिना संभव ही नहीं हो सकता. हो सकता है कि बैंक के ब्रांच मेनेजर की जानकारी के बिना ही सारा फर्जीवाड़ा हो गया हो लेकिन ग्रुप के मुखिया / मालिक की जानकारी व मिलीभगत के बिना यह फर्जीवाड़ा संभव ही नहीं हो सकता.
अब इन व्यापारियों का क्या होगा – What will happen with these Traders) : इन व्यापारियों को जेसे तेसे समझा बुझाकर मामले को शांत करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्हें यह कहा जा रहा कि ऐसा गलती से हुआ है जिसके लिए बैंक में लिखित में देगी. लेकिन यक्ष प्रश्न यह है कि आखिरकार सभी पार्टियों के साथ अलग-अलग तारीखों में नोटबंदी के दोरान ही एक जेसी ही डबल एंट्रीज़ केसे हो सकती है तथा ये व्यापारी अपने ऑनलाइन जबाव (कंप्लायंस) में केसे इस सर्टिफिकेट / पत्र को पेश कर सकेगा. उपलब्ध व्यवस्था के अनुसार ऐसे किसी भी पत्र या सर्टिफिकेट को ऑनलाइन अपलोड ही नहीं किया जा सकता जिससे व्यापारियों खिलाफ तो जांच आगे बढ़ेगी ही. हालाकि यह सहकारी बैंक (Co-operative Bank) ऐसा सर्टिफिकेट / पत्र (Bank Certificate) देगी या नहीं, वह भी आगे आने वाला समय ही बताएगा.
व्यापारियों व ब्रांच मेनेजर को फंसाने का सकता है प्रयास – Possible Attempt to traps Traders & Branch Manager) : जन-चर्चा के अनुसार नोटबंदी के दोरान बहुत बड़ा उच्च स्तरीय फर्जीवाड़ा (High Level scandal) किया गया था लेकिन पोल खुलने पर अब बैंक का उच्च प्रबंध (Higher Management of Bank) अपने आप को पाक साफ़ बताने की नियत से बैंक का उच्च प्रबंध द्वारा इस फर्जीवाडे को बैंक मेनेजर के सिर पर डाल कर बैंक मेनेजर को फंसाया जा सकता है. इस बात की भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि बैंक का पावरफुल उच्च प्रबंध इस फर्जीवाड़े को बैंक मेनेजर व व्यापारियों की मिली भगत बता कर उलटा व्यापारियों को ही फंसाने का प्रयास कर सकता है. इस आशंका के चलते ऐसे व्यापारी भी बड़े ही चिंतित व परेशान है.
आज कुछ व्यापारी आयकर अधिकारी को लिखित में प्रतिवेदन दे सकते है तथा मामला सीबीआई व ईडी तक जा सकता है – Possible representation to ITO / CBI / ED : अपुष्ट जानकारी के अनुसार आज कुछ व्यापारी आयकर अधिकारी को लिखित में प्रतिवेदन दे सकते है ताकि अपनी स्थिति स्पष्ट कर सके. मामला बहुत ही गंभीर है, अत: मामला CBI व ED तक जाएगा क्योकि यह तो अभी एक ब्रांच के कुछ खातो का मामला है, पता नहीं करोड़ो रूपये के इस संभावित घोटाले में कितने खातो के मार्फ़त कितना बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया है तथा इसी ग्रुप की एक क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी (Credit Co-operative Society) के मार्फ़त भी किस तरह से व कितना बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया है. हकीकत में अखिल भारतीय स्तर (All India Level) का यह एक मनी लोंड़रिंग (Money Laundering) का बहुत बड़ा मामला हो सकता है.
From Admin Desk : यदि इस रिपोर्ट से सम्बंधित बैंक के प्रबंध के पास कोई स्पष्टीकरण हो तो यही नीचे अपना कमेंट लिख दे, जिसे हमें प्रकाशित तो करेंगे ही, इस रिपोर्ट में भी स्पष्टीकरण जोड़ने का प्रयास करेंगे.