नोटबंदी योजना में केंद्रीय जिला सहकारी बैंको पर प्रतिबन्ध लगा
नोटबंदी योजना में केंद्रीय जिला सहकारी बैंको पर प्रतिबन्ध लगा
भारी फर्जीवाड़े की शिकायतों व फर्जीवाड़े की आशंका के चलते नोटबंदी योजना के तहत देश की सभी सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंको पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है जहा पुराने-बंद नोटों को अब नहीं लिया जा रहा है.
इस प्रतिबन्ध से ईमानदार ग्राहकों को भारी तकलीफ उठानी पड रही है. दी सिरोही सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजेंद्र कुमार हाडा ने एक ग्राहक को फ़ोन पर बताया कि भारत की सभी सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंको पर नोटबंदी योजना के तहत रूपये स्वीकार करने व एक्सचेंज करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है.
ध्यान रहे कि न्यू क्लब पर ही को-ऑपरेटिव बैंको व कुछ प्राइवेट बैंको में चल रहे घोटालो की खबर आज ही प्रकाशित हुई है. सिरोही जेसे स्टेशन पर तो खुले आम नए नोट बिक रहे है जिसमे वहा कि सहकारी बैंको का मुख्य रोल है लेकिन प्रतिबन्ध सिर्फ सरकारी सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंको पर ही लगाया गया है.
सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंको के कर्मचारी स्वयं अन्य सहकारी बैंको की शरण में है तथा अपने स्वयं, परिजनों व अन्य ग्राहकों के खाते अन्य सहकारी बैंको में खुला रहे है.