न्यूज़ क्लब (NEWS CLUB) ऑनलाइन अखबार है या न्यूज़ चैनल या सोशल मीडिया ?
न्यूज़ क्लब (NEWS CLUB) ऑनलाइन अखबार है या न्यूज़ चैनल या सोशल मीडिया ?
सभी लेखको, पाठको व शुभचिंतको को ‘गणतन्त्र दिवस’ की बहुत बहुत शुभ कामनाये.
जब हम 1947 में आजाद हुए थे तथा 1950 में 26 जनवरी को देश का संविधान लागू हुआ था तब देश में अखबार, पत्रिकाए व पत्रकारिता जेसे शब्दों का ही प्रचलन था तथा उनकी भी पहुच भी बहुत ही कम नागरिको के बीच होती थी. लेकिन आज परिदृश्य बदल चुका है. व्यवस्थाये व शब्दावली पूरी ही बदल चुकी है जिसका श्रेय हमारी आजादी, प्रजातांत्रिक व्यवस्था व परिवर्तन को सहजता से स्वीकारने की प्रवृति को जाता है.
वर्तमान में नई शब्दावाली में प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व सोशल मीडिया जेसे शब्द व गतिविधिया प्रचलन में आ गए. ‘पत्रकारिता’ शब्द की जगह ‘मीडिया’ शब्द का उपयोग होने लग गया जिसमे तीनो प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया का समावेश हो गया. लेकिन हकीकत यह है कि सबसे सशक्त सोशल मीडिया को मीडिया नहीं माना जा रहा है बल्कि प्रिंट मीडिया, व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को ही मीडिया माना जा रहा है.
इस हालत में हमारे पाठको की एक जिज्ञासा यह जानने की है कि ‘न्यूज़ क्लब’ (News Club) क्या है ? यह प्रिंट मीडिया है या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया है या सोशल मीडिया. इस बात को समझने लिए पहले यह समझना जरूरी है कि प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व सोशल मीडिया का क्या अर्थ है तथा इनमे क्या फर्क है.
प्रिंट मीडिया (Print Media) : प्रिंट मीडिया में अखबार, पत्रिकाए व पत्रकारिता शामिल है जिसे प्रजातंत्र का चौथा स्तम्भ कहा जाता था व आज भी कहा जाता है. यह एक माध्यम होने के साथ-साथ एक व्यवसाय व रोजगार का साधन भी है. अखबार वाली कंपनिया अपने-अपने पत्रकारों के माध्यम से खबरों का संकलन कर उनका प्रकाशन करती है. टीवी यानिकी प्रिंट मीडिया के पैदा होने से पहले यही एक मात्र साधन था लेकिन जनता सिर्फ पाठक होती है तथा खबरों पर पूरा नियंत्रण अखबार वाली कंपनिया का ही होता रहा है. प्रिंट मीडिया में एक नई व्यवस्था और जुड़ गयी जिसे आप ऑनलाइन प्रिंट मीडिया (ऑनलाइन अखबार) भी कह सकते है.
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (Electronic मीडिया) : इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आज के टीवी न्यूज़ चैनल है जिसमे ऑडियो व विडियो के साथ खबरों का प्रकाशन होता है. यह एक मीडिया / माध्यम होने के साथ साथ आधुनिक व्यवसाय भी है. टीवी न्यूज़ चैनल वाली कंपनिया अपने-अपने रिपोर्टर्स के माध्यम से खबरों का संकलन कर उनका वाचन / डिस्प्ले / प्रकाशन आदि करती है. भारत में प्रिंट मीडिया के मुकाबले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ज्यादा प्रभावी हो चुका है. इस माध्यम में भी जनता सिर्फ दर्शक व श्रोता ही होती है, सभी कुछ टीवी न्यूज़ चैनल वाली कंपनियो के नियंत्रण में रहता है.
सोशल मीडिया (Social Media) : यह माध्यम सबसे नया, सबसे ज्यादा प्रभावी व सबसे सस्ता है. सरलता से समझने के लिए आज का सोशल मीडिया फेस बुक, व्हाट्स अप्प, ट्विटर व न्यूज़ क्लब जेसे कई प्लेट फॉर्म है लेकिन इस सोशल मीडिया में जनता सिर्फ दर्शक नहीं होती है बल्कि जनता ही सब कुछ है. इससे जुड़ा प्रत्येक नागरिक खुद ही अखबार है, टीवी चेंनेल है, पत्रकार / रिपोर्टर है तथा सीधा वाचन, प्रकाशन, डिस्प्ले है और वह भी सब कुछ फ्री / मुफ्त. साथ ही सोशल मीडिया सबसे तेज गति वाला माध्यम है.
न्यूज़ क्लब (News Club) क्या है: न्यूज़ क्लब एक तरह से ऑनलाइन न्यूज़ पेपर है, टीवी न्यूज़ चैनल भी है व सोशल मीडिया भी है लेकिन इसमे कोई मीडिया कंपनी या पत्रकार / रिपोर्टर कोई नहीं है . सब कुछ जनता खुद ही है. इसमे जनता खुद ही लेखक है और खुद ही पाठक. यह पूर्ण रूप से स्वदेशी ऑनलाइन पोर्टल है जिसमे कोई भी खबर, रिपोर्ट, अपनी बात व सामग्री लेखक बिना किसी रोकटोक के सीधा ऑडियो, विडियो व साक्ष्य- सबूतों के साथ प्रकाशित कर सकता है. इस पर प्रकाशित खबरों का दूसरे सोशल मीडिया से भी लिंक किया जा सकता है. तीनो गुणों का समावेश होते हुए भी न्यूज़ क्लब मुख्य रूप से एक पूर्ण स्वदेशी व अपने तरह का भारत का पहला ‘सोशल मीडिया’ है.
लेकिन ध्यान रहे न्यूज़ क्लब पर प्रकाशित कोई भी सामग्री टीवी-अखबार की तरह सार्वजनिक होती है तथा लेखक स्वयं उस प्रकाशित सामग्री को हटा नहीं सकता जिससे लम्बे समय तक न्यूज़ क्लब पर प्रकाशित सामग्री जनता के सामने उपलब्ध रहती है. लेखक अपनी सामग्री हिन्दी या अंग्रेजी दोनों भाषाओं में प्रकाशित कर सकता है.