रोकड़ी पेमेंट का क्या है सरल क़ानून / What is Easy Law relating to Cash Payments – Prevailing Confusion
रोकड़ी पेमेंट का क्या है सरल क़ानून / What is Easy Law relating to Cash Payments – Prevailing Confusion
आयकर क़ानून में रोकड़ पेमेंट को लेकर जो भी नए प्रावधान डाले गए है, उससे व्यापारी समाज व खासतोर पर छोटे व्यापारी भारी कन्फ्यूजन में है व परेशान नजर आ रहे है. साधारण बातचीत में 10,000/-, 20,000/- व 2,00,000/- से सम्बंधित रोकड़ भुगतान संबंधी प्रावधानों की हर कोई हर कही चर्चा कर रहा है. अत: सभी पाठको की जानकारी के लिए ताजा क़ानून स्थिति सरलता से रख रहा हूँ-
रू. 20,000/- भुगतान करने संबंधी प्रावधान : यह अब पुराना क़ानून हो चुका है. पुराने कानून के अनुसार किसी व्यापारिक खर्चे व खरीदी के लिए एक बार में रू. 20,000/- से ज्यादा का भुगतान रोकड़ से करने पर पाबंदी थी. यह पाबंदी 31.03.2017 तक थी. रू. 20,000/- संबंधी प्रावधान सिर्फ खर्चे व माल खरीदी पर ही लागू था.
रू. 10,000/- भुगतान करने संबंधी प्रावधान : अब 01.04.2017 से रू. 20,000/- संबंधी पाबंदी को घटाकर रू. 10,000/- कर दिया गया है यानिकि अब 10,000/- से ऊपर भुगतान पर पाबंदी लगा दी गयी है. अब यह पाबंदी व्यापारिक खर्चे व खरीदी के साथ साथ स्थाई सम्पतियो (जिन पर Depreciation लिया जाता है) की खरीदी पर भी लागू हो गई है. यानिकी अब किसी व्यापारिक खर्चे, माल खरीदी व सम्पति (Depreciation लायक) खरीद के लिए एक बार में 10,000/- से ऊपर रोकड़ भुगतान नहीं करे.
रू. 10,000/- प्राप्त करने संबंधी प्रावधान : जेसा कि ऊपर बताया गया है 10,000/- से ऊपर पाबंदी भुगतान पर लगा गयी है, न कि प्राप्ति पर. तो क्या रू. 10,000/- से ऊपर रोकड़ स्वीकार किया जा सकता है. हां, रू. 10,000/- से ऊपर रोकड़ स्वीकार किया जा सकता है लेकिन इससे भुगतान करने वाले व्यापारियों को परेशानी होगी. अत: नियम बनाले कि उपभोक्ता के अलावा अन्य किसी व्यापारी से रू. 10,000/- से ऊपर रोकड़ स्वीकार नहीं करेंगे.
रू. 2,00,000/- प्राप्त करने संबंधी प्रावधान : इस प्रावधान के अनुसार कोई भी व्यक्ति किसी एक सोदे / व्यवहार के पेटे रू. 2,00,000/- से ज्यादा रोकड़ रकम स्वीकार करने पर शत-प्रतिशत पेनेल्टी का प्रावधान रखा गया है. अत: किसी एक व्यवहार के पेटे रू. 2,00,000/- से ज्यादा रोकड़ रकम स्वीकार नहीं करे. यह प्रावधान सिर्फ व्यापारियों के लिए नहीं बल्कि सभी पर लागू है. यानिकी व्यापार के अतिरिक्त प्रत्येक व्यवहार के पेटे रू. 2,00,000/- से ज्यादा रकम का रोकड़ लेनदेन एक व्यवहार के निमित नहीं करे. चाहे कार खरीदनी हो या मोटर साइकिल या प्लाट.
एक रोकड़ बिल की अधिकतम रकम कितनी हो सकती है : यदि खरीददार व्यापारी है तो रू. 10,000/- से ऊपर का रोकड़ बिल नहीं काटना चाहिए. अन्य मामलों में रू. 2,00,000/- से ऊपर का रोकड़ बिल नहीं काटना चाहिए.
कृषि मंडी के आढ़तियो पर भुगतान की क्या सीमा है : किसी भी काश्तकार-प्रिन्सिपल के आढ़त में बिके माल के पेटे उसे रोकड़ भुगतान पर कोई सीमा लागू नहीं है. लेकिन काश्तकार-प्रिन्सिपल को अग्रिम देने या बिना माल बिके भुगतान करने पर दूसरे क़ानून लागू होंगे. अत: काश्तकार-प्रिन्सिपल को अग्रिम देने या बिना माल बिके भुगतान करना हो तो चेक से ही करे, रोकड़ भुगतान नहीं करे.
कानूनी पेचिदगियो से बचने के लिए इस लेख में विभिन्न प्रावधानों की मंशा को सरलता व व्यवहारिकता से समझाया गया है. कानूनी लड़ाई के लिए क़ानून का शाब्दिक अर्थ थोड़ा अलग हो सकता है.
सीए के सी मूंदड़ा / कैलाश चंद्रा