जवाई बाँध से बाढ़ संबंधी न्यूज़ चैनल पर गलत या लेट रिपोर्टिंग – सुमेरपुर-शिवगंज क्षेत्र सुरक्षित
जवाई बाँध से बाढ़ संबंधी न्यूज़ चैनल पर गलत या लेट रिपोर्टिंग – सुमेरपुर-शिवगंज क्षेत्र सुरक्षित.
मेरे पास पिछले दो दिनों से कई शुभ चिंतको के फ़ोन आ रहे है और सभी लोग पूछ रहे कि जवाई बांध (Jawai Dam) / सुमेरपुर (Sumerpur) / शिवगंज (Sheoganj) में बाढ़ (Flood) आ गयी है. क्या हम सुरक्षित है ? क्या कोई चिंता की बात है ? ऐसे कई प्रश्नों के जबाव में जब यह पूछा जाता है कि आपने कहा से सूना, तो बताते है की न्यूज़ चैनल (News Channel) पर चल रहा है.
हकीकत यह है कि अधिकतम पानी जवाई बांध से 28 जुलाई की रात को छोड़ा गया था तथा अधिकतम बारिस भी 28 जुलाई की रात तक ही थी. जिससे जवाई नदी (Jawai River) व लूनी नदी (Luni River) के जालोर जिले (Jalore District) के प्रवाह क्षेत्र में बाढ़ के हालात बन थे तथा बने हुए है. जालोर जिला मुख्यालय (Jalore District Head Quarter) व आहोर तहसील मुख्यालय (Ahore Tehsil Head Quarter)भी बाढ़ से प्रभावित हुए जो कि जवाई बाँध से लगभग 50 किलोमीटर और ज्यादा दूरी पर स्थित पश्चिमी राजस्थान (Western Rajasthan) के जालोर जिले में आते है.
लेकिन जवाई नदी में बाँध से छोड़े गए पानी से पाली व सिरोही जिले के दोनो जुड़वा शहर शिवगंज-सुमेरपुर (Twin Towns Sheoganj-Sumerpur) पूर्ण रूप से सुरक्षित है. लगभग 12 घंटे तक 28 जुलाई की रात को शिवगंज-सुमेरपुर में मध्य स्थित पूल के ऊपर से 5 फीट तक पानी बहा लेकिन पूल आज भी सुरक्षित है. यही नहीं 4 लाइन (4 Line High way) के जरिये आवागमन पूरी तरह से चालू रहा तथा कोई विशेष बड़ा नुकसान या हादसा शिवगंज-सुमेरपुर क्षेत्र में नहीं हुआ.
लेकिन ताज्जुब इस बात का है कि कल रात भी एक न्यूज़ चैनल पर जवाई बांध की 9 फाटके खुली ( Jawai Dam Gates) होने की न्यूज़ चल रही थी जो कि सही नहीं है. मात्र 28 जुलाई की रात में ही अधिकतम 9 से 11 फाटक खोली गयी थी जो कि 29 की सुबह घटाकर मात्र 3-4 पर रह गयी. बाँध से पानी छोड़ा जा रहा है तथा नदी में पानी बह रहा है लेकिन बहुत ही सामान्य स्थिति के साथ.
हकीकत यह है कि इस बार बहुत अच्छी बारिस हुई है जिससे सभी लोग बहुत खुश है. अच्छे जमाने की कल्पना कर रहे है. सभी पाठको से निवेदन कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (Electronic Media) की रिपोर्ट्स पर जस का तस विश्वास नहीं करे. अपने सूत्रों से हकीकत जानने का प्रयास करे तो अफवाहों का बाजार ठंडा रहेगा.
सीए कैलाश चंद्रा / CA. K.C.Moondra