प्रधानमंत्री जनधन योजना में घोटाला व धोखाधड़ी – राजस्थान के बाड़मेर जिले में
प्रधानमंत्री जनधन योजना में घोटाला व धोखाधड़ी – राजस्थान के बाड़मेर जिले में.
एडमिन के पास राजस्थान के बाड़मेर जिले से एक प्रधानमंत्री जनधन योजना घोटाला व धोखाधड़ी की शिकायत मिली जिसको हम यही नीचे हुबहू प्रकाशित कर रहे है, जिससे प्रशासन व जनता को मालूम पड़ सके कि किस तरह से अनपढ़ व कम पढ़े लिखे लोगो के साथ गाँवों में धोखाधड़ी हो रही है –
मैं आपसे एक निवेदन करना चाहूँगा, कि मेरी ग्राम पंचायत एड सिणधरी के SBI बैंक बीसी धारक ने प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खाते खोलें उसमें खाताधारकों के साथ खुद का फिंगर जॉइंट कर दिया था और जब अभी किसी भी योजना के तहत खाता धारकों के खाते में नरेगा हो, चाहे पेंशन हो, अपने स्तर पर भी खाते में कुछ पैसे डाल रखे हैं! वह पैसा बिना खाताधारकों के खाते से निकाल लेता है ,क्योंकि आधार की अनिवार्यता होने के कारण जब उसने 10 फिंगर की जगह 1 फिंगर खुद का खाता धारक के खाते में सिडिंग कर दिया था ,जिससे वह खाताधारकों के खाते से अपने खुद के फिंगर से पैसा निकाल लेता है ।
मेरी चाची की प्रधानमंत्री आवास की किस्त खाते में जमा हुई थी ,तो हम बैंक लाने के लिए गए जो 30000 की किस्त जमा हुई थी, लेकिन खाते में मात्र ₹10000 ही थे । तो हमने कहा 30000 की आवास की किस्त आई थी तो ₹20000 कहां गए ,तब हमने खाते का स्टेटमेंट निकलवाया तब उसमें से 20000 रुपए निकाले हुए थे ,जो 10-10 हजार रुपए अलग-अलग दिन में निकाले हुए थे । उसके बाद हमने बैंक मैनेजर को सूचना दी और थाने में रिपोर्ट दी , लेकिन पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की तो हमने पुलिस अधीक्षक बाड़मेर को रिपोर्ट दी , तो भी FIR दर्ज नहीं की उसके बाद हम जिला स्तरीय जनसुनवाई मैं गए , तो कलेक्टर साहब ने l b o को FIR दर्ज कराने को कहा और जांच करने के निर्देश दिए, तो जांच होने पर वह दोषी पाया गया और उसकी बैंक बीसी भी हटा दी गई और पुलिस ने गिरफ्तार भी कर दिया । और कोर्ट से कुछ दिन बाद उसको जमानत मिल गई ,लेकिन ऐसा यह एक ही मामला नहीं था ।
पूरे गांव के साथ ऐसा ही है खिलवाड़ कर रहा था ,उसके बाद कई लोगों ने पुलिस में रिपोर्ट पेश करवाई ,लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो कोर्ट में इस्तगासा पेश किया, लेकिन अनुसंधान के लिए संबंधित थाने में आया तो पुलिस वालों ने उस चोर भ्रष्ट से पैसे खा कर या राजनीतिक दबाव के कारण FIR को f r मैं बदल दिया और परिवादियों को झूठा बता दिया , लेकिन आरबीआई बैंक के द्वारा जो पैसे उठाए हुए हैं वह किसके फिंगर के द्वारा उठाए गए हैं उसकी यदि जांच करवाई जाए तो हमें न्याय मिल पाएगा क्योंकि वह पक्के सबूत होंगे अन्यथा बीच में कई जने रोड़ा डाल देते हैं ।
राजनीतिक दबाव के कारण या पुलिस पैसा खा कर के निष्पक्ष जांच नहीं कर रही और इसी मामले को दबाना चाहती है , क्योंकि इस मामले में हमारी ग्राम पंचायत का सरपंच भी साथ है, क्योंकि प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खाता खोलने के बाद नरेगा के रुपए सीधे मजदूरों के खाते में जमा होने के कारण उनके खातों से रुपए निकालने की साजिश रची थी , लेकिन थोड़ा-थोड़ा निकालते-निकालते, अब अधिक रुपए निकालने लगे तो लोगों को पता चल गया। इसलिए श्रीमान जी मैं आपसे निवेदन करना चाहूंगा कि इस समस्या का समाधान सचिवालय में पेश होने पर हो सकता है क्या और यदि नहीं होता है तो भी यह समाधान कैसे हो सकता है । आप श्रीमान् बताए ।
प्रार्थी
कंवराराम
बणाको का बेरा, एड सिणधरी
तह- सिणधरी, जिला -बाडमेर
मो: – 9929182524