नकली देशी घी बनाने में भारत सरकार का पूरा सहयोग
देश में नकली देशी घी खबरे हम रोज पढ़ते है लेकिन नकली देशी घी बनाने में भारत सरकार का भी पूरा सहयोग रहता है I देश में नकली देशी घी इस घटिया स्तर तक बनता है कि उसमें एक प्रतिशत भी देशी घी नहीं होता है. आप कह सकते है, 100% नकली देशी घी I
भारत के उपभोक्ताओं को भर्मित / गुमराह करने के लिए ऐसे नकली देशी घी में बटर फ्लेवर / एस्सेंस मिलाया जाता है जो कि भारत के बाहर से भारत सरकार की इजाजत व सहयोग से आयात किया जाता है I दो बटर फ्लेवर HS Code 33021090 व HS Code 33021010 नंबर से से आयात होते है जिस पर सरकार लगभग 125% के आसपास इम्पोर्ट ड्यूटी वसूलती है तथा तीसरा एक बटर फ्लेवर HS Code 21069060 नंबर से आयात होता है जिस पर सरकार लगभग 200% के आसपास इम्पोर्ट ड्यूटी वसूलती है I इन्ही बटर फ्लेवर से भारत की जनता को देशी घी के नाम से ठगा व मूर्ख बनाया जाता है I
इसके अलावा एक सरकारी मान्यता प्राप्त देशी घी वो भी है जो कि इम्पोर्टेड बटर आयल / बटर को पका कर बनाया जाता है. पश्चिमी देशो में गाये ही होती हैं अत: उसको गाय के घी के नाम से बेचने पर ग्राहक ओर ऊची कीमत देता है जबकि वह भारतीय देशी गाय का घी नहीं होता है I भारत में बहुत बड़ी मात्रा में बटर आयल / बटर (देशी घी) का आयात होता है जिसको गाय का घी व स्वदेशी उत्पाद के नाम से भारतीय बाजार में धडले से बेचा जा रहा है जिसमे भारत के सभी बड़े निर्माता शामिल है. कई निर्माता इतने चालाक है कि वो स्वयं ने नाम से इम्पोर्टेड बटर आयल / बटर को इम्पोर्ट नहीं करते लेकिन दूसरो के माध्यम से या दूसरो के नाम से इम्पोर्ट करते है और बताया यह जाता है कि देश के किसी हिस्से से बटर खरीदते है I
गाय के घी के उत्पादकों को भी ऐसे कई आयातक (इम्पोर्टर), इम्पोर्टेड मक्खन को स्थानीय / भारतीय मक्खन बता कर बेचते है तथा कुछ लोग मिलावटी मक्खन / देशी घी भी बेच देते है जो नामचीन ब्रांड के नाम से भारी विज्ञापन के कारण उपभोक्ता खरीदता है I