पतंजलि ‘गाय का दूध पाउडर’ कितना गाय का और कितना स्वदेशी ?
पतंजलि ‘गाय का दूध पाउडर’ कितना गाय का और कितना स्वदेशी ?
हालाकि यूरोपियन देशो में गाये ही पाली जाती है, अत: वहा दूध को सिर्फ ‘मिल्क’ (Milk) ही कहा जाता है तथा वहा दूध से बनाये जाने वाले पाउडर को ‘मिल्क पाउडर’ (Milk Powder) ही कहा जाता है. यूरोप में ही नहीं, भारत सहित सारी दुनिया में ‘दूध से बनाये जाने वाले पाउडर’ को ‘मिल्क पाउडर’ ही कहा जाता है लेकिन पिछले कुछ महीनो से भारत में एक नई शुरुआत हुई है जिसे कहा जा रहा है – ‘गाय का दूध पाउडर’ लेकिन पूरे हिन्दुस्तान को अभी तक यह देखना बाकी है कि यह ‘गाय का दूध पाउडर’ कितना गाय का है तथा कितना स्वदेशी है.
इस देश में धर्म का बहुत महत्व है तथा हिन्दू धर्मं में ‘गाय’ व ‘भगवा वस्त्र’ की बहुत प्रतिष्ठा है. अत: यदि गाय के उत्पादो (गौ-उत्पाद) का व्यापार भगवा वस्त्रधारी करे तो उसकी विश्वसनीयता काफी उच्ची रहती है तथा कोई शंका भी नहीं करता. इसी का लाभ पतंजलि को भी मिल रहा है, वो भी गाय के नाम पर.
न्यूज़ क्लब पर पहले भी ‘गाय के घी’ पर काफी कुछ लिखा जा चुका है क्योकि भारत के इतिहास में पहली बार ‘गाय के घी’ का बहुत बड़े स्तर पर विज्ञापन किया गया व किया जा रहा है. अब ठीक वेसा ही कुछ ‘गाय के दूध का पाउडर’ के नाम पर हुआ है. इसलिए अब देश की जनता को समझना जरूरी है कि ‘गाय के दूध का पाउडर’ का उत्पादन कब, कहा और केसे होता है. Cows Whole Milk Powder के नाम से बेचा जा रहा दूध का पाउडर, क्या वाकई Cows Whole Milk Powder है ?
भारत सहित पूरी दुनिया में साधारणतया ‘मिल्क पाउडर’ किसी भी डेरी द्वारा उस सरप्लस दूध से बनाया जाता है जो बिकने से रह जाता है तथा अन्य उत्पादों (जेसे- मक्खन, दही, घी आदि) में उपयोग से भी बच जाता है. पूरे हिन्दुस्तान में ऐसी कोई डेरी नहीं है जो सिर्फ और सिर्फ ‘गाय के दूध’ व ‘गाय के दूध के उत्पादों’ का ही व्यापार करती हो. लगभग सभी पश्चिमी देशो में गाय का ही पालन होता है, अत: वहा पैदा होने वाला ‘मिल्क पाउडर’ गाय का ही ‘मिल्क पाउडर’ होता है.
बरसो से भारत में मुफ्त का दूध पाउडर पश्चिमी देशो से आयात होता रहा है तथा अब तो खुल्लेआम पश्चिमी देशो व आस्ट्रेलिया आदि से दूध पाउडर का आयात होता है जिसको आयातकर्ता के लिए SKIMMED MILK POWDER HS CODE 04021010 / 04021090 / 38220090 ने नंबर से आयात किया जाता है. कई दूध पाउडर के व्यापारी / पैकर्स सीधा आयात करते है, तो कई आयातकर्ताओ से खरीद लेते है तथा फिर अपने नाम / अपनी ब्रांड के नाम से बेचते है.
यह तो सर्व विदित व घोषित सत्य है कि पतंजलि भी ‘गाय के दूध का पाउडर’ का उत्पादन स्वयं नहीं करती है और अब तो दूध का पाउडर’ की नई पैकिंग से ‘गाय’ शब्द ही हटा दिया गया है. गाय की छोटी फोटो जरूर पाउडर के पाउच पर दिखाई जा रही है. यही नहीं, किसी अन्य डेरी द्वारा उत्पादित मिल्क पाउडर को पतंजलि सिर्फ पैक करके अपने ब्रांड नाम से मार्केटिंग कर रही है.
अत: आगे आने वाले में न्यूज़ क्लब ही बताएगा कि भारत में बिकने वाला ‘गाय के दूध का पाउडर’ कितना गाय का है, कितना शुद्ध है तथा कितना भारत में निर्मित स्वदेशी है. साथ ही ‘गाय के दूध का पाउडर’ स्वदेशी नस्ल की गायो के दूध का है या विदेशी नस्ल की गायो का.
‘व्यापार के लिए’ गाय के दूध के पाउडर के नाम पर कितनी ओर किस तरह की धोखा-धड़ी गो-भक्तो व गाय के दूध के महत्त्व को समझने वालो के साथ हो रही है, उसकी विस्तृत रिपोर्ट ‘न्यूज़ क्लब’ पर कल से किश्तों में प्रकाशित की जायेगी. इस रिपोर्ट व आने वाली रिपोर्ट पर किसी को भी कुछ भी सकारात्मक या नकारात्मक कहना है तो कोई भी अपने विचार / कमेंट न्यूज़ क्लब पर लिखने को स्वतंत्र है.