पेन कार्ड व आधार के लिए भारत सरकार की जनता से जुडी विरोधाभासी, दोगली व कष्टदायक नीतिया
पेन कार्ड व आधार के लिए भारत सरकार की जनता से जुडी विरोधाभासी, दोगली व कष्टदायक नीतिया
ताज्जुब व हेरानी की बात है कि देश में भारत सरकार यानिकी एक ही सरकार द्वारा जारी पेन कार्ड व आधार कार्ड दो महत्वपूर्ण परिचय पत्र है लेकिन इन दोनों को लेकर भारत सरकार की नीतिया जनता के लिए पूरी तरह से विरोधाभासी, दोगली व कष्टदायक है.
इन दोनों भारत सरकार द्वारा जारी महत्वपूर्ण परिचय पत्रों से सम्बंधित भारत सरकार की नीतियों का तुलनात्मक विवरण हम यहाँ नीचे देने जा रहे है लेकिन आज तक कोई भी भारतीय नागरिक यह समझ ही नहीं पाया कि इन दोनों दस्तावेजो के लिए सरकार की नीतियों में इतना बड़ा फर्क / विरोधाभास क्यों है.
इससे भी बड़ी बात आज दिन तक समझ में नहीं आ रही है कि भारत सरकार इस अंतर / विरोधाभासो को समाप्त करने व इन दोनों में एक रूपता लाने के लिए कुछ भी क्यों नहीं कर रही है तथा इससे उत्पन्नं होने वाले कष्टों के लिए जनता को उसके भाग्य भरोसे क्यों छोड़ रखा है. नीचे दिए जा रहे तुलनात्मक विवरण से किसी को भी यही आभास होगा कि ये दोनों दस्तावेज किसी एक सरकार के नहीं हो सकते बल्कि किन्ही दो राज्य सरकारों द्वारा जारी किये गए है.
नीचे दिया जा रहा तुलनात्मक विवरण काफी रोचक भी है तथा आपको इसलिए भी हेरानी होगी कि वर्त्तमान अति सक्रिय सरकार, इस मामले में बिलकुल ही निष्क्रिय क्यों है और सरकार को जनता दर्द दिखता क्यों नहीं है –
विवाहित महिला के पेन कार्ड में पिताजी या माँ का नाम ही स्वीकार्य होता है आधार कार्ड में सिर्फ पति का नाम.
पेन कार्ड में नाम में इनिशियल (सूक्ष्म नाम) नाम स्वीकार्य नहीं आधार कार्ड में नाम में इनिशियल (सूक्ष्म नाम) नाम स्वीकार्य (खासतोर से दक्षिणी भारत में).
पेन कार्ड में पूरी जन्म तारीख प्रिंट की जाती है कई आधार कार्ड में सिर्फ जन्म वर्ष ही प्रिंट किये गए.
पेन कार्ड में पेन धारक का हस्ताक्षर होता है आधार कार्ड आधार-धारक का हस्ताक्षर नहीं होता है.
पेन कार्ड सरकार शुल्क लेकर ही बनाती है नया आधार कार्ड पूर्णत: निशुल्क बनाया जाता है.
पेन कार्ड में कोई भी करेक्शन बिना शुल्क के नहीं करवा सकते आधार कार्ड की सभी उपलब्ध ऑनलाइन सेवाए निशुल्क है.
पेन कार्ड करेक्शन में कम से कम एक महीना लगता है लेकिन आधार कार्ड करेक्शन में साधारणतया 3-4 दिन ही लगते है.
पेन कार्ड सरकार द्वारा PVC कार्ड पर प्रिंट करके दिया जाता है लेकिन आधार कार्ड प्लास्टिक कोटेड पेपर शीट पर प्रिंट करके दिया जाता है.
पेन कार्ड की रीप्रिंट लेने का कोई निशुल्क व / अथवा ऑनलाइन सुविधा नहीं है लेकिन आधार कार्ड को ऑनलाइन निशुल्क रीप्रिंट किया जा सकता है.
पेन कार्ड में किसी भी तरह के करेक्शन के लिए पेन सेण्टर पर स्वयं को जाना अनिवार्य नहीं है लेकिन आधार कार्ड में मोबाइल नंबर जुड़वाने या बदलवाने के लिए स्वयं को आधार सेण्टर पर उपस्थित होना पड़ता है.
करोड़ो पेन कार्ड के डाटा व आधार कार्ड का डाटा आपस में मिलता ही नहीं है यानिकी मिसमैच होता है.
आधार कार्ड में मोबाइल नंबर रजिस्टर करवाना जरूरी होता है > लेकिन आधार कार्ड में कही भी मोबाइल नंबर प्रिंट नहीं होता.
आदि आदि…..
न्यूज़ क्लब का सरकार से निवेदन : सरकार दोनों दस्तावेजो से सम्बंधित नियमो व व्यवस्थाओं में एक रूपता लाये तथा जब तक एक रूपता लाने की की पक्की व्यवस्था नहीं हो जाती , आधार – पेन कार्ड का वेरिफिकेशन बंद कर देना चाहिए. पेन कार्ड से आधार के मिलान के लिए आधार करेक्शन के लिए देश के हर गाव – शहर में निशुल्क कैंप लगाने चाहिए.