Sunday, July 21, 2019

फर्जी या धोखेबाज क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटियो से केसे बचे और इनको केसे पहचाने?  

फर्जी या धोखेबाज क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटियो से केसे बचे और इनको केसे पहचाने?

 

आजकल रोज ही फर्जी और धोखेबाज क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटियो से सम्बंधित खबरे पढ़ने-सुनने को मिलती है. ऐसी खबरे पूरे देश में सबसे ज्यादा राजस्थान व राजस्थान के ही सिरोही जिले से आती है. साधारणतया ऐसी फर्जी और धोखेबाज क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटियो का उदय व उत्थान में राजनीतिक संरक्षण, प्रशासनिक संरक्षण या लापरवाही,  भ्रष्टाचार, लोभ-प्रवृती व आम जनता की क़ानून अनविज्ञता जिम्मेदार होती है.

यदि क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी फर्जी और धोखेबाज है तथा गेरकानूनी कृत्य करती है तो उस सोसाइटी के सदस्यों-निवेशको के बचत का आज या कल डूबना तय है, उनको कोई नहीं बचा सकता है. मोटे तोर पर ऐसी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटिया सहकारिता सिद्धांतो के विरूद्ध व कॉर्पोरेट प्रबंध की तरह निजी घराने / परिवार के लिए ही चलाई जाती है.

कई क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी जो सहकारी बैंक होती है, उनके पास आर.बी.आई . का बैंकिंग लाइसेंस होता है तथा उनके नाम में ‘बैंक’ शब्द अनिवार्य रूप से होता है. ऐसी सहकारी बैंक को छोड़कर अन्य कोई भी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी बैंक नहीं होती है  तथा ऐसी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी पर रिज़र्व बैंक का किसी भी तरह का कोई नियंत्रण नहीं होता है. multistate क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी पर तो मोटे तोर पर कोई सरकारी नियंत्रण भी नहीं होता है या नाम मात्र का ही होता है.

मुख्य मुद्दा यह है कि एक आम आदमी केसे पहचाने कि कोई सोसाइटी फर्जी और धोखेबाज है तथा देश के क़ानूनो का पालन नहीं करती है. इनको पहचानने के लिए, निवेशको को ऐसी सोसाइटियो की कुछ निम्न प्रवृतियो की तरफ ध्यान देना चाहिए, यदि एक का भी जबाव ‘हां’ में है तो सावधान हो जाए, जरूर दाल में काला मिलेगा –

  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी को जाने-अनजाने व बोलचाल में ‘ बैंक’ कहा जाता है या बताया जाता है, क्योकि वो ‘बैंक’ होती ही नहीं है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी कोपरेटिव सोसाइटी बचत खाता खोलती है जिसमे से रोकड़ी निकासी चेक / विधडरावल स्लिप से की जाती है.  
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी को उसके रजिस्टर्ड ऑफिस से संचालित नहीं किया जाता  है बल्कि किसी दूसरे शहर से किसी प्रशासनिक ऑफिस  या  किसी अन्य ऑफिस से संचालित किया जाता है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी ने अपने रजिस्टर्ड ऑफिस को बदल कर किसी दूसरे राज्य में ट्रान्सफर कर लिया है  या दूसरे राज्य में प्रशासनिक ऑफिस  या  अन्य कोई और ऑफिस खोल कर अपना कारोबार संचालित कर रही है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी से उसकी साधारण सभा की मीटिंग के बारे में आपको लिखित में कोई सूचना नहीं मिलती है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी से उसके चुनाव के बारे में सदस्यों को लिखित में मालूम ही नहीं पड़ता तथा चुनाव गुपचुप तरीके से होता है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी के पूरे संचालक मंडल का एक साथ चुनाव नहीं होता है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी का संचालन किसी एक व्यक्ति या ग्रुप के नियंत्रण में संचालित किया जाता है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी को किसी एक व्यक्ति या ग्रुप से जोड़ कर बताया या प्रचारित किया जाता है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी आपके क्षेत्र में सिर्फ डिपाजिट लेने का ही काम करती है और ऋण देती ही नहीं है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी आपके क्षेत्र में सिर्फ डिपाजिट लेने के लिए ही विज्ञापन करती है लेकिन ऋण योजना या नीति का कोई विज्ञापन नहीं करती है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी डिपाजिट वापिस माँगने पर आना-कानी करती है या देरी करती है या उसे रिन्यू करने के लिए दबाव बनाती है या बड़ी रकम की मूल व ब्याज में से कटोती कर भुगतान करती है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी सदस्यों से डिपाजिट लेने के लिए दलालों / एजेंट को कमीशन देती है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी ने घोषणा के बावजूद, डिविडेंड का भुगतान नहीं किया है या नहीं करती है और किसी भी बहाने से रोक कर रखा हो या रोक कर रखती है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी ने व्यक्तिगत सदस्यों के अलावा किसी अन्य (जेसे भागीदारी फर्म, कंपनी आदि) को सदस्य बना रखा है ?
  1. क्या आपसे जुड़ी क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटी ने व्यक्तिगत सदस्यों के अलावा किसी अन्य (जेसे भागीदारी फर्म, कंपनी आदि) को ऋण देती है.
  1. यदि आपसे जुड़ी सोसाइटी सदस्य की मामूली सी शेयर कैपिटल पर बड़ा लोन देती है और शेयर कैपिटल की रकम के लिए भी ऋण देती है.
  1. यदि आपसे जुड़ी सोसाइटी के उच्च प्रबंध के बारे में आपको कुछ भी जानकारी नहीं है.
  1. यदि आपसे जुड़ी सोसाइटी डिपाजिट लेने के लिए विज्ञापन करती है.
  1. यदि आपसे जुड़ी सोसाइटी एक सदस्य से रू. 20,000 या उससे अधिक जमा एक साथ या टुकड़ो-टुकड़ो में भी रोकड़ में स्वीकार करती है.
  1. यदि आपसे जुड़ी सोसाइटी एक सदस्य से रू. 20,000 या उससे अधिक जमा का पुनर्भुगतान एक साथ या टुकड़ो-टुकड़ो में रोकड़ में करती है.
  1. यदि आपसे जुड़ी सोसाइटी के सदस्यों को सोसाइटी के निवेश व लोन की जानकारी सदस्यों को नहीं बताई जाती हो बल्कि छिपाई जाती है.
  1. यदि आपसे जुड़ी सोसाइटी वाहन ऋण को छोड़कर यदि किसी भी एक व्यक्ति को रू.1.00 लाख से ज्यादा का ऋण देती है.
  1. यदि आपसे जुड़ी सोसाइटी मोटा ऋण मात्र कुछ कंपनियों या व्यक्तियों को दिया गया है.
  2. यदि आपसे जुड़ी सोसाइटी के प्रबंध से जुड़े के लोगो ने सम्पतियो व कम्पनियो में बड़े बड़े निवेश किये है तथा बड़े बड़े दान कर रहे है तथा सोसाइटी से बड़े-बड़े ऋण अपनी स्वयं की कंपनियों को दे रखा है.
  3.  
  4. यदि आपसे जुड़ी सोसाइटी के प्रबंध से जुड़े लोगो ने अपने वेतन के नाम पर सोसाइटी के लाभ में से प्रसेंटेज  / प्रतिशत में लाभ लिया है या लेते है.
  5. यदि आपसे जुड़ी सोसाइटी के प्रबंध से जुड़े लोगो का सत्ताधारी पार्टी व उसके नजदीकी संबंध है. 

लेखक : सीए कैलाश चंद्रा 

Related Post

Add a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

आदर्श मोदी घोटाले के खिलाफ FIR का प्रस्तावित ड्राफ्ट : Naya Bharat – नया भारत

आदर्श मोदी घोटाले में FIR में क्या और केसे लिखे : Naya Bharat – नया भारत  इस चैनल के कई सब्सक्राइबर्स और आदर्श के ...

SiteLock