Monday, September 9, 2019

हाउस प्रॉपर्टी से आय व अन्य स्रोतों से आय सम्बंधित प्रावधान बजट में (भाग-5)  

हाउस प्रॉपर्टी से आय व अन्य स्रोतों से आय सम्बंधित प्रावधान बजट में (भाग-5)

‘न्यूज़ क्लब’ ने बीड़ा उठाया है कि सरल भाषा में संक्षिप्त रूप से भारत सरकार के वितीय  बजट – 2017 के आम करदाता से जुड़े आयकर प्रावधानो को सभी पाठको के लिए प्रस्तुत किया जाए. इस श्रंखला में अभीतक कुल 4 भाग क्रमश: प्रकाशित हो चुके है. आज विशेष रूप से बजट में ” हाउस प्रॉपर्टी से आय व अन्य स्रोतों से आय सम्बंधित प्रावधान ” का विशेष जिक्र करेंगे. साथ ही बिज़नस से आय  व अन्य सभी तरह की आयो से सम्बंधित प्रावधानों के लिए  सम्बंधित लिंक पर क्लिक करके  पूर्व प्रकाशित कुछ अन्य प्रावधान भी पढ़ सकेंगे. 

परिवृतित व नए  प्रावधान काफी ज्यादा है, अत: सरलता से समझने व पढ़ने के लिए के लिए सभी प्रावधानों को निम्न कुछ बिन्दुओ में बांटा गया था  जिनको बारी बारी से सभी पाठक पढ़ सकेंगे –

    1. वेतन से आय सम्बंधित प्रावधान (यहाँ पर क्लिक करके पढ़ सकते है)
    2. हाउस प्रॉपर्टी आय से आय सम्बंधित प्रावधान (यही नीचे पढ़े)
    3. बिज़नस इनकम से सम्बंधित प्रावधान (यहाँ पर क्लिक करके पढ़ सकते है)
    4. कैपिटल गेन्स आय से सम्बंधित प्रावधान (यहाँ पर क्लिक करके पढ़ सकते है)
    5. अन्य स्रोतों से आय सम्बंधित प्रावधान (यही नीचे पढ़े)
    6. इनकम टैक्स रेट्स व साधारण छूटो से से सम्बंधित प्रावधान (यहाँ पर क्लिक करके पढ़ सकते है)
    7. पेनल्टी व अन्य गंभीर प्रावधान (यहाँ पर क्लिक करके पढ़ सकते है)

कंपनियो, विदेशियों व कई कई मामलों का विवेचन यहां नहीं किया जा रहा है क्योकि उनमे आम करदाता के काम की बात नहीं है. लेखो की श्रंखला के इस भाग में आज बिज़नस इनकम से सम्बंधित प्रावधान, पर विस्तृत  तुलनात्मक चर्चा  करेंगे. वेतन से आय सम्बंधित प्रावधान, इनकम टैक्स रेट्स व साधारण छूटो से  सम्बंधित प्रावधान व पेनल्टी व अन्य गंभीर प्रावधान  ऊपर दिए गए लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते है  –

हाउस प्रॉपर्टी / आय से आय सम्बंधित प्रावधान

धारा

वर्तमान प्रावधान   नया प्रावधान
23(5) नया प्रावधान यदि कोई भवन व उससे जुडी कोई जमीन व्यापारी का स्टॉक-इन-ट्रेड है तथा उससे कोई किराया प्राप्त नहीं हुआ है तो निर्माण पूर्ण होने वाले वर्ष के अंत से अगले 12 माह तक उस प्रॉपर्टी से वार्षिक आय (बाजार भाव नहीं मानकर) शून्य मानी जायेगी. 
71 हाउस प्रॉपर्टी से (लोन पर ब्याज आदि) यदि नुकसान होता था तो हाउस प्रॉपर्टी आय से के अन्य आयो (कुछ अपवाद को छोड़कर) के सामने सेट ऑफ किया जा सकता था.   अब इस पर अधिकतम 2.00 लाख की सीमा लगा दी गयी है जिससे बड़े लोन / बड़े ब्याज भुगतान पर पूरा लाभ नहीं मिल सकेगा.
194IB नया प्रावधान यदि कोई भी व्यक्ति (Individual) या HUF किसी भी व्यक्ति को रू. 50,000/- मासिक किराये से ज्यादा भुगतान करता है तो ऐसे प्रत्येक व्यक्ति (Individual) या HUF को 5% दर से TDS की कटोती कर TDS जमा कराना होगा.

अन्य स्रोतों से आय सम्बंधित प्रावधान

धारा वर्तमान प्रावधान   नया प्रावधान
56 पहले सिर्फ किसी व्यक्ति (Individua) या HUF (कुछ संबंधियों को छोड़कर) को  50,000/- से ज्यादा की गिफ्ट या बिना प्रतिफल के कोई सम्पति या रकम प्राप्त होती तो अन्य स्रोतों से कर योग्य आय मानी जाती थी. अब यह प्रावधान व्यक्ति (Individua) या HUF के साथ-साथ  सभी अन्य कर दाताओं पर भी लागू होगा.
58 नया प्रावधान यदि अन्य स्रोतों से आय के लिए किसी भी ऐसे खर्चे का भुगतान किया जाता है जिस पर टीडीएस काटना जरूरी है तथा टीडीएस काट कर जमा नहीं कराया जाता है तो ऐसे खर्चो में से 30% खर्चे अमान्य कर दिए जायेंगे.
115BBDA Dividend – किसी भी Individual व्यक्ति, HUF व पार्टनरशिप फर्म को domestic कम्पनीज से 10.00 लाख से ज्यादा डिविडेंड मिलने पर 10% की दर से आयकर देना होता है. 

अब यह प्रावधान a domestic company, a fund or institution or trust or any university or other educational institution or any hospital or other medical institution को छोड़कर शेष सभी तरह के करदाताओ पर लागू किया गया है.

 

लेखक : सीए के,सी.मूंदड़ा 

Union Budget-1

Related Post

Add a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

आदर्श लिक्वीडेटर (Adarsh Liquidator) नियुक्ति आदेश रद्द – किसको खुशी किसको गम

आदर्श  लिक्वीडेटर नियुक्ति आदेश रद्द (Cancellation Of Adarsh Liquidation Order) – किसको खुशी किसको गम (इस विषय का विडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करे ...

SiteLock