रविशंकर प्रसाद जी, क्या झूठ बोलकर या धमकाकर बोलने से ही झूठ सच बन जाता है – 20000 करोड़ पीएनबी-मोदी घोटाला !
रविशंकर प्रसाद जी, क्या झूठ बोलकर या धमकाकर बोलने से ही झूठ सच बन जाता है – 20000 करोड़ पीएनबी-मोदी घोटाला !
पीएनबी-मोदी घोटाला (PNB-Modi Scam) सामने आते ही मोदी सरकार (Modi Government) के क़ानून मंत्री (Law Minister) सरकार को बचाने व कांग्रेस को नंगा करने के लिए मैदान में उतरे. क़ानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad Law Minister) ने प्रेस कांफ्रेंस में केवल झूठ बोल कर चल दिए बल्कि ब्लैक-मैलिंग (Black-mailing) की भाषा में कांग्रेस को खूब धमकाया. शायद क़ानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद का यह विश्वास है कि झूठ बोलकर या धमकाकर बोलने से ही झूठ सच बन जाता है.
देश के क़ानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद उस प्रेस कांफ्रेंस में बोलते है कि घोटाला (Scam) बीजेपी सरकार (BJP Government) ने खोला है और सारे ऋण कांग्रेस के राज (Congress Rule) में दिए गए थे. रवि शंकर प्रसाद की धमकी और झूठ दोनों ही नहीं चले. यह बात सत्य है कि गड़बड़ व अनियमितता मनमोहन राज (Manmohan Rule) में चालू हो गयी थी लेकिन मामले की गहराई जायेंगे तो सत्यता कुछ और ही है.
इसमे कोई शक नहीं कि पहली एफ़.आई.आर. दिनांक 29.01.2018 ( FIR dated 29.01.2018) को दर्ज की गयी जो कि मोदी जी के दावोस दोरें (Modi’s Davos Visit) के बाद दर्ज करवाई गयी, उसके बाद से नीरव मोदी ( NIrav Modi) भारत नहीं लोटा लेकिन यह स्वीकृत सत्य है कि इस एफ़.आई.आर. में दर्ज आठो ऋण (8 LOUs) 2017 में ही दिए गए थे.
2011 से लेकर दावोस व बाद की कार्यवाहियों से जुड़े इस पूरे घोटाले के कई राज अभी खुलने बाकी है लेकिन पीएनबी – मोदी घोटाले से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातो की और सभी पाठको का ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा –
1. प्राथमिक रूप से यह काण्ड (Scandal) वितीय गड़बड़, अनियमितता (Financial Irregularities) , फर्जीवाड़े (Forgery) व धोखाधड़ी (Cheating) का मामला है जो शायद 2011 या 2013 से चल रहा है जो कि 2017 तक होते-होते बहुत बड़ा मामला हो गया.
2. पीएनबी – मोदी घोटाले से जुड़े लोगो का कांग्रेस व बीजेपी (Leaders of Congress and BJP) दोनों पार्टियों के नेताओं से प्रत्यक्ष या प्रत्यक्ष घनिष्ठता रही.
3. 2011 या 2013 से चल रहे घोटाले में अंतिम रूप से देश की बेंको का कितना धन और किस वर्ष में दिया गया धन फंसा हुआ है क्योकि एक LOU-ऋण की उम्र (Life of one LOU) कुछ महीने ही होती है.
4. सारा घोटाला सामने आ जाने के बाद, केसे नीरव मोदी सभी आरोपियों सहित देश से भाग जाता है और केसे स्वयं प्रधान-मंत्री मोदी के साथ फोटो ( Photo with PM Modi) खिचवा लेता है ? नीरव मोदी व सभी आरोपियों के देश से भाग जाने के बाद, अब अचानक जेट स्पीड से कार्यवाहिया कितनी इमानदार (Honest Actions) है ?